प्रयागराज (ब्यूरो)। बच्चों के भविष्य निर्माण में कला का बहुत अहम योगदान है। इस क्षेत्र में खानम आर्ट गैलरी अहम भूमिका निभा रही है। गैलरी में जिस तरह से बच्चों को और उनकी कला को प्रमोट किया जा रहा है, निश्चित ही यहां से निकलने वाले बच्चे एक अच्छे कलाकार के साथ देश के एक अच्छे नागरिक भी बनेंगे। यह बातें पांच दिवसीय फ्लोरा एंड फौना राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर करेली स्थित खानम आर्ट गैलरी में मुख्य अतिथि पूर्व अपर महाधिवक्ता कमरुल हसन सिद्दीकी ने कहीं।
दिलों को जोडऩे का काम
विशिष्ट अतिथि पीडियाट्रिक विशेषज्ञ अवनीन्द्र अग्रवाल ने कहा मोबाइल के साथ बिजी रहने वाले दौर में बच्चों में आर्ट की अलख जगाना काबिले तारीफ है। एसो। प्रो। डॉ सबीहा कला एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो भेदभाव मिटाने और दिलों को जोडऩे का काम करता है।
विशिष्ट अतिथियों में डा। स्तुति अग्रवाल, मनोवैज्ञानिक चिकित्सक मालविका राव एवं कोलकाता उर्दू अकादमी के पूर्व सदस्य ख्वाजा अहमद हुसैन ने भी संबोधित किया। संचालन तलत महमूद एवं उपस्थित लोगों में कानपुर से सीनियर कलाकारों में सुमित ठाकुर, रवींद्र कुशवाहा, एनपी प्रसाद, बनारस से सीनियर कलाकार पद्मिनी, नीरजा सचदेवा, प्रिंसिपल जावेद सागीर, मुंबई से रमेश शर्मा एवं अरविंद मालवीय सहित बड़ी संख्या में लोग और बच्चे उपस्थित रहे।
अब्दुल, उमर, जकारिया एवं सबा रहे प्रथम
प्रयागराज। फ्लोरा एंड फौना राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी के मौके पर एक चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगिता के ग्रुप ए में प्रथम पुरस्कार अब्दुल अजीज (प्रेप) द्वितीय हूरिया शहजाद एवं तृतीय पुरस्कार अबान कक्षा एक ग्रुप बी में (कक्षा एक से 8) प्रथम पुरस्कार उमर खान द्वितीय शर्मिष्ठा पाल एवं तृतीय इल्मा आरिफ रही। ग्रुप सी (कक्षा 9 से 12) में जकारिया नसीम प्रथम द्वितीय मुनीजा सईद एवं तृतीय फलक शकील रही। ग्रुप डी (सीनियर ग्रुप) में प्रथम सबा परवीन, द्वितीय शाजिया खान एवं तृतीय पुरस्कार निदा अंसारी को मिला।