प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आज से महाकुंभ में ड््यूटी करने वाले पुलिस के जवानों की ट्रेनिंग शुरू हो होगी। यह ट्रेनिंग बनकर तैयार हो चुकी पहली मेला पुलिस लाइंस के संकल्प पंडाल में होगी। ट्रेनिंग शुरू होने से पूर्व शीर्ष अफसरों ने मेला पुलिस लाइंस का मंगलवार को निरीक्षण किया। उनके जरिए पुलिस लाइंस के निर्माण में लगाए गए एक-एक सामान की क्वालिटी चेक की गई। पुराने मिले कई प्लाई वुड और बिजली के प्लक आदि को सुरक्षा के लिहाज से चेंज कराने के निर्देश दिए। जवानों दी जाने वाली ट्रेनिंग में मेला ड्यूटी कर चुके अफसरों को बतौर ट्रेनर कॉल किया गया है। वह मेला की सुरक्षा व क्राउड कंट्रोल को लेकर अपने अनुभवनों को यहां साझा करेंगे। महाकुंभ की सुरक्षा में एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का स्तेमाल बड़े पैमाने पर होगा।

04 हजार हेक्टेयर में बसेगा महाकुंभ
56 पुलिस थाने मेला में बनाए जाएंगे
155 पुलिस चौकियां भी होंगी स्थापित
03 पुलिस लाइंस मेला बनाने का प्लान
01 पुलिस लाइंस का निर्माण हुआ पूरा
1500 जवान फस्ट फेज में आज से लेंगे ट्रेनिंग

अनुभवी अफसर करेंगे ट्रेनर का काम
महाकुंभ में श्रद्धालुओं व संतों के आने का सिलसिला जनवरी के फस्ट वीक से ही शुरू हो जाता है। मतलब यह कि मेला का शुभारंभ हो जाएगा। इस पर गौर किया जाय तो तैयारी और व्यवस्थाओं के लिए महज ढाई महीने का ही वक्त अफसरों के पास है। महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर मेला पुलिस अफसरों अब सक्रिय हो गए हैं। इस बार महाकुंभ की बसावट करीब चार हजार हेक्टेयर में होगी। इतने बड़े भू-भाग पर बसाए जाने वाले तम्बुओं के शहर की सुरक्षा में 56 थाने बनाए जाएंगे। इन थानों के अंडर में पुलिस चौकियों का भी निर्माण किया जाएगा। आंकड़ों पर जाएंगे तो पूरे मेला क्षेत्र में 155 के लगभग पुलिस चौकियां बनाई जाएंगी। इस बार महाकुंभ में कुल तीन पुलिस लाइंस बनाए जाने का प्लान है। इसमें सबसे बड़ी और मुख्य पुलिस लाइंस का निर्माण तकरीबन दो लाख 80 हजार स्क्वायर फिट में पूरा हो चुका है। इस पुलिस लाइंस में एक भारी-भरकम संकल्प पंडाल का भी निर्माण किया गया है। जहां पर थानों और चौकियों पर जवानों की तैनाती से पूर्व ट्रेनिंग दी जाएगी। मेला पुलिस अफसरों की मानें तो फस्ट फेज की ट्रेनिंग बुधवार यानी आज से शुरू होगी। इस ट्रेनिंग में अलग-अलग जनपदों से मेला ड्यूटी के लिए बुलाए गए करीब 1500 जवानों को शामिल होना है। मगर, सभी का समय से पहुंच पाना संभव नहीं दिखाई दे रहा। क्योंकि तमाम जवान ऐसे हैं जिनकी रिलीविंग उनके तैनाती वाले जनपदों से मेला के लिए नहीं हो सकी है। खास बात यह है कि इस बार महाकुंभ की सुरक्षा में जवानों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई सिस्टम का प्रयोग बड़े पैमाने पर किया जाएगा।

सात लेयर में होगा सुरक्षा का चक्रव्यूह
महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन के अफसर तक काफी संजीदा हैं।
शायद यही कारण है कि इस बार महाकुंभ की सुरक्षा के लिए सात लेयर की सुरक्षा रेखा बनाई जाएगी,
जो राज्य की सीमा से शुरू होकर महाकुंभ मेला क्षेत्र तक फैला होगा। हर लेयर में सिर्फ पुलिस के जवान ही नहीं बल्कि पीएसी जवान भी मौजूद होंगे।
एआई सिस्टम से लैस इन जवानों की नजर एक-एक व्यक्तियों पर होगी।
सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए अफसरों के द्वारा महाकुंभ में लगाई जाने वाली फोर्स की संख्या तो नहीं बताई गई।
मगर, यह जरूर कहा गया कि वर्ष 2019 की सुरक्षा में लगाई गई फोर्स से ज्यादा महाकुंभ में जवान लगाए जाएंगे।

ट्रेनिंग में आएंगी डीजीपी!
महाकुंभ के लिए बनकर तैयार पुलिस लाइंस में जवानों की ट्रेनिंग में डीजीपी के आने की भी संभावना है। डीजीपी के द्वारा मेला ड्यूटी में लगाने लाने वाले जवानों को सुरक्षा से सम्बंधित निर्देश दिए जाएंगे। जवानों के लिए मेला ड्यूटी रूल्स की एक पॉकेट बुक बनवाने का भी प्लान है। ताकि वे उस बुक को अपने पास रखकर नियमों को पढ़ें और अच्छी तरह उसे समझ सकें।

तैयार हो चुकी पुलिस लाइंस के संकल्प पांडाल में आज से जवानों की ट्रेनिंग मेला ड्यूटी के लिए शुरू होगी। महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर सारे प्लान तैयार हो चुके हैं। उसे अमल में लाने की प्रक्रिया अब शुरू कर दी गई है।
राजेश द्विवेदी, एसएसपी महाकुंभ