प्रयागराज (ब्यूरो)। सोमवार को प्रयागराज जंक्शन के नौ और दस नंबर प्लेटफार्म पर उतरने वाली सीढ़ी पर दो टीटी मौजूद थे। उस समय शाम के 4:10 बज रहे थे। तभी एक ट्रेन दस नंबर प्लेटफार्म पर आई। उस दौरान यात्रा टिकट लेकर राजू, पवन, पप्पू और रवि नामक चार युवक पहुंचे। चारों के हाथ में यात्रा टिकट था। जांच के नाम पर टीटी ने आधा सफर का टिकट बताकर कर गुमराह करना शुरु किया गया। जिसपर एक ने बताया कि उसका टिकट जबलपुर का है। इसपर टीटी ने एक टिकट पर पांच सौ रुपए का जुर्माना बताने लगा। नियमों की जानकारी न होने से चारों काफी देर तक कंफ्यूजन के साथ डरते रहे। कुछ देर बाद टीटी ने एक टिकट पर सौ रुपए का डिमांड किया। ट्रेन पकडऩे की जल्दी में सभी ने दो सौ रुपये के हिसाब से पैसा देकर आगे बढ़ गए। इस दौरान वहां मौजूद रिपोर्टर के कैमरे में यह सब कुछ कैद हो गया। यात्रियों द्वारा दो सौ रुपए देकर बिना पर्चा लिए आगे बढ़ता देख रिपोर्टर ने उनका पीछा किया। कुछ दूरी पर जाकर उनसे बातचीत में इस तरह के वसूली का खेल उजागर हुआ।
यात्रियों और रिपोर्टर के बीच बातचीत
रिपोर्टर - आप सभी ने अभी पीछे खड़े एक टीटी को यात्रा टिकट दिखाने के बाद भी पैसा दिया
चारों यात्री - उन्होंने कहा कि टिकट में कमी है। उनका सिग्नेचर होगा। उसके बाद आगे कोई नहीं पकड़ेगा
रिपोर्टर - सिग्नेचर का मतलब?
चारों यात्री - यह टीटी महोदय का कहना है। दिए गए पैसे का पर्चा तक नहीं दिए सिर्फ यात्रा टिकट पर कलम चला हर टिकट पर सौ रुपए ले लिए
रिपोर्टर - यह बातें उनके सामने बोल सकते हैं
चारों यात्री - बिल्कुल बोल सकते है सर, चलिए आप
टीटी, यात्रियों और रिपोर्टर के बीच बातचीत
रिपोर्टर - आप ने इन चार यात्रियों को यात्रा टिकट होने के बाद भी हर यात्री से दो सौ रुपए किस बात के लिए हैं
टीटी - इनका टिकट गंतव्य तक का नहीं है
रिपोर्टर - आपने चलिए पैसा गंतव्य तक ले लिए तो कोई रसीद या फिर जुर्माना पर्ची नहीं दिए, टीटी जवाब देते इधर-उधर की बात करने लगे कुछ देर बाद
टीटी - मैं पर्ची अभी इनके पास जाकर बनाता ही
रिपोर्टर - यह यात्री तो ट्रेन की ओर जा रहे थे ट्रेन जाने के बाद बनाते क्या, इतने में चारों यात्री बोल पड़े
चारों यात्री - टीटी मोहदय ने यात्रा टिकट पर सिग्नेचर कर कलम चला दिए और बोले अब कोई आगे नहीं रोकेगा, उतने में टीटी इधर-उधर भागते नजर आए
रिपोर्टर - टीटी साहब जवाब दीजिए यात्री क्या बोल रहे, इतने में टीटी ने सुनिये और जाने दीजिए जैसी बाते करने लगे।
अगर कोई टीटी इस तरह का काम कर रहा है गलत है। यह जांच का विषय है। नियमों को ताख पर काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पंकज त्रिपाठी, एसीएम रेलवे