प्रयागराज ब्यूरो ।प्रयागराज- जिले में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है। नदियों में आया उफान प्रशासन के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। गंगा और यमुना भी खतरे के निशान के काफी करीब पहुंच चुकी हैं। जिले के कई कछारी एरिया में पानी घरों में पहुंचने भी लगा है। इसको लेकर प्रशासन की ओर से नाव का संचालन शुरू कर दिया गया है। बाढृ के खतरे को देखते हुए तमाम शरणालयों को भी संचालित कर दिया गया है।

जारी रहेगा जलस्तर बढऩे का क्रम

बाढ़ के खतरे के चलते प्रशासन ने रविवार को सात शरणालय खोल दिए। इनमें बाढ़ ग्रस्त एरिया के 254 परिवारों ने शरण ली है। जिसमें 1130 पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा प्रशासन की ओर से कुल 27 नाव बाढ़ राहत के लिए लगाई गई हैं। जिनमें फूलपुर के बदरा सोनौटी में 6, करछना के भगेसर देहली में एक और सदर में दारागंज, बाघाड़ा और राजापुर में कुल 20 नाव को लगाा गया है। दूसरी ओर प्रति घंटे चार से सात सेमी की रफ्तार से गंगा यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी यह क्रम जारी रह सकता है।

खतरे का निशान- 84.73 मीटर

फाफामऊ- 83.92 मीटर

छतनाग- 83.14 मीटर

नैनी- 83.78 मीटर

लेटे हनुमान मंदिर कारिडोर का निर्माण ठप

गंगा यमुना का जलस्तर बढऩे से लेटे हनुमान मंदिर कारिडोर का निर्माण ठप हो गया है। बाढ आने के कारण लगभग 15 दिनों तक अब विस्तारीकरण का काम नहीं होगा। ऐसे में निर्धारित समय से काम पूरा कराना पीडीए के लिए बड़ी चुनौती होगा। लगभग 37 करोड़ रुपये की धनराशि से लेटे हनुमान मंदिर का विस्तारीकरण किया जा रहा है।