खून के रिश्ते पर भारी पड़ा 25 हजार बकाया, भाई को उतारा मौत के घाट
प्रयागराज (ब्यूरो)। यह सनसनीखेज वारदात गुरुवार की रात पुरामुफ्ती एरिया में सामने आयी। पूरामुफ्ती इलाके के मंदरी गांव निवासी फूलचंद्र चार भाइयों में छोटा था। बताते हैं कि पिता मिठाई लाल की पहले ही मौत हो चुकी थी। पिता ने अपने जीते जी ही चारों बेटों को अलग कर दिया था। चारों अपने परिवार के साथ अलग रहते थे। लेकिन, संबंध बना हुआ था। करीब दो साल पहले मां की तबियत खराब हुई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। वह फूलचंद्र की पत्नी व एक दो साल के बेटे के साथ ही रहती थी क्योंकि वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। चारो भाइयों ने मां का इलाज कराया लेकिन उनकी जान नहीं बच पायी। इसके बाद सभी ने मिलकर मां की तेरहवीं की। चारों के लिए एक साथ कैश जुटाना मुश्किल था तो उन्होंने पांच बिस्वा खेत गिरवी रख दिया था। इसमें सभी भाइयों का हिस्सा था तो फूलचंद्र चाहता था कि गिरवी रखकर लिये गये कैश को चार हिस्सों में बांट दिया जाय और सभी अपने-अपने हिस्से का भुगतान कर दें। बाकी भाई इसके लिए तैयार नहीं थे। इसी के चलते भाइयों के बीच खटास बढ़ गयी थी।
इधर, बीच इनकी जमीन सरकारी अधिग्रहण के दायरे में आ गयी है। इससे जमीन के सरकारी रेट का करीब चार गुना एमाउंट परिवार को मिलना है। फूलचंद्र चाहता था कि सरकारी पैसा आए तो कोई विवाद खड़ा न हो। इसीलिए वह गुरुवार की रात बड़े भाई कल्लू के घर पहुंचा था। उसने बड़े भाई से आग्रह किया कि वह अपने हिस्से के 25 हजार रुपये दे दें तो पैसा लौटाकर जमीन छुड़ा ली जाए। कल्लू इसके लिए तैयार नहीं था। वह चाहता था कि फूलचंद्र ही पूरे पैसे का भुगतान करे क्योंकि मां उसी के साथ रहा करती थी। इसी को लेकर दोनो भाइयों के बीच बहस हो गयी। आरोप है कि विवाद से नाराज होकर कल्लू ने कुल्हाड़ी से फूलचंद पर हमला कर दिया। कई वार करने से फूलचंद को गंभीर चोटें आईं और वह खून से तर-बतर होकर जमीन पर गिर पड़ा। यह देखकर शोर मचाते हुए पत्नी दौड़ी तो कल्लू भाग निकला। पत्नी किरन जान बचाने के लिए पति फूलचंद्र को अस्पताल लेकर जा पाती, इससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। खबर मिली तो एसपी सिटी दिनेश सिंह के अलावा पुरामुफ्ती थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने पंचनामा भरवाकर बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजवा दिया। घटना के संबंध में फूलचंद की पत्नी द्वारा दी गयी तहरीर में जेठ कल्लू को नामजद किया गया था। पुलिस पूरा माजरा समझने के बाद कल्लू की तलाश में लग गयी लेकिन शुक्रवार की रात तक उसकी तलाश पूरी नहीं हुई थी। शुक्रवार को दिन में पोस्टमार्टम के बाद फूलचंद्र की बॉडी का अंतिम संस्कार करा दिया गया।
घटना के पीछे गिरवी जमीन छुड़ाने के लिए रुपयों का विवाद सामने आया है। मृतक की पत्नी द्वारा जेठ कल्लू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगा दी गयी है। पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाय।
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