सरकारी अस्पतालों में सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी शुरू करने की मांग पकड़ने लगी जोर

शहर में कोरोना मरीजों की संख्या कम होने के बाद सरकारी अस्पतालों को कोविड से मुक्त किए जाने की मांग शुरू हो गई है। इस समय बेली अस्पताल में केवल पांच कोरोना मरीज भर्ती हैं। इनके इलाज में 6 डॉक्टर और 15 पैरामेडिकल स्टाफ को लगाया गया है। तर्क दिया जा रहा है कि इन मरीजों को एसआरएन में शिफ्ट कर बेली में सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी शुरू कर दी जानी चाहिए।

सामने आए 48 संक्रमित

शुक्रवार को जांच में कुल 48 संक्रमित सामने आए हैं। इसके सापेक्ष 110 मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है। शुक्रवार को मौत का आंकड़ा भी राहत देने वाला सामने आया। शुक्रवार को कोरोना से सिर्फ एक मौत होना बताया गया है। कुल 10502 लोगों का कोरोना सैंपल की जांच की गई है। पिछले चार दिन से कोरोना पाजिटिव का आंकडा 40 से 50 के बीच अटका है। इससे नीचे जाने का नाम नही ले रहा है।

बाजार खोलने की उठने लगी मांग

प्रयाग व्यापार मंडल ने सरकार से एक जून से प्रदेश के सभी बाजारों को खोलने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष विजय अरोरा ने कहा कि 2020 में लॉकडाउन से नुकसान की भरपाई अभी तक नही हो पाई है। महामंत्री सोहैल अहमद ने कोरोना से मृतक व्यापारियों के परिवार को भी राहत देने की मांग की है। जिलाध्यक्ष मो। कादिर ने ने कहा कि इससे पूर्व भी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल जी के द्वारा एवं सभी जिलों के संगठनों के माध्यम से प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर व्यापारियों को राहत देने की मांग की गई थी। उन्होंने व्यापारियों के कर्मचारियों के ई चालान को माफ किए जाने की मांग की है। अरुण केसरवानी, सुशील खरबंदा, राना चावला, महामंत्री शिवशंकर सिंह, जगदीश गुलाटी, गिरधारीलाल अग्रवाल, केशव मोहन गुप्ता, उमेश केसरवानी, अन्नु दुबे ने दुकान खोलने की अनुमति देने की मांग उठायी है।

28 और कर्मचारी हुए सेवा मुक्त

बीपीसीएल से गुरुवार को 28 और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। प्रबंधन ने आज उनसे नोड्यूज जमा करा लिया। वर्ष 1969 में स्थापित कंपनी को कंप्रेशर, सीएनजी, ऑक्सीजन पंप बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। वर्तमान में कंपनी के पास करोड़ों का वर्क आर्डर होने के बावजूद पिछले 12 दिसंबर को कैबिनेट की बैठक में इसे बंद करने का निर्णय लिया गया था, जिसे अमलीजामा पहनाने के लिए पिछले सप्ताह 69 कर्मचारियों को सेवा मुक्त कर दिया गया था। शेष बचे कर्मचारियों में से 28 कर्मचारियों से गुरुवार को नोड्यूज लेकर उन्हें सेवा मुक्त कर दिया गया। 31 मई को उन्हें सेवा मुक्ति का पत्र थमा दिया जाएगा।