प्रयागराज (ब्यूरो)। महाकुंभ के प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए बनाई गई अपेक्स कमेटी की बैठक में बुधवार को 395 करोड़ की 21 परियोजनाओं को स्वीकृति दी दे गई। बैठक में कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने योजनाओं का खाका प्रस्तुत किया। इसमें सबसे बड़ी उपलब्धि बेगम बाजार पुल रहा। पांच वर्ष से अधूरे पड़े इस पुल को महाकुंभ से पहले पूरा कर दिये जाने का रास्ता साफ कर दिया गया है।
किस विभाग की कितनी परियोजनाएं
बैठक में जिन परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई उनमें प्रयागराज विकास प्राधिकरण की पांच, नगर निगम की दो, उप्र राज्य सेतु निगम की एक, उप्र पावर कार्पोरेशन लिमिटेड की दो, पीडब्ल्यूडी की चार तथा प्रयागराज मेला प्राधिकरण की दो परियोजनाएं शामिल हैं।
इसके साथ नगर निगम की ओर से 91 वार्डों की 199 सड़कों के लिए 90 करोड़ रुपये का अनुमोदन मिल गया। सभी 91 वार्डों की चिन्हित कच्ची सड़कों के अपग्रेडेशन (इंटरलाङ्क्षकग/सीसी द्वारा सड़क का सुधार कार्य) तथा पक्की नालियों एवं ब्रिक नालियों का निर्माण कराया जाएगा।
सात घाटों बलुआघाट, अरैल घाट, मौज गिरि घाट, काली घाट, रसूलाबाद घाट, छतनाग घाट तथा नागेश्वर के उच्चीकरण एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों के लिए 15 करोड़ 50 लाख रुपये का भी अनुमोदन मिला है।
तीन जगह होगी वेंडिंग जोन की स्थापना
शहर के तीन स्थलों बक्शी बांध, मधवापुर सब्जी मंडी तथा जीटी जवाहर चौराहा पर वेंङ्क्षडग जोन की स्थापना चार करोड़ 70 लाख से की जाएगी।
तीनों स्थानों पर दुकानों के लिए स्थान आवंटन करने के साथ लाइट, रेङ्क्षलग, पेयजल एवं इंटरलाङ्क्षकग का कार्य कराया जाएगा।
शास्त्री ब्रिज तथा फोर्ट की दीवार पर फसाड लाइङ्क्षटग भी कराई जाएगी।
अनुमोदन में सौंदर्यीकरण के अंतर्गत घाटों पर चेंङ्क्षजग रूम की व्यवस्था, फसाड लाइङ्क्षटग एवं पेंङ्क्षटग, डिजाइनर विद्युत खंभों द्वारा प्रकाश व्यवस्था, पौधारोपण, स्टोन रूङ्क्षलग, स्टोन बोल्डर्स, बेंच एवं डस्टबिन तथा पूर्व निर्मित छतरी के सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जाएगा।
क्या था बेगम बाजार का मामला
मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा की अध्यक्षता में हुई अपेक्स कमेटी की बैठक में बेगम बाजार आरओबी के लिए संशोधित बजट को मंजूरी दी गई है। इसके लिए 93 करोड़ रुपये अतिरिक्त मिले हैं। अब इसकी लागत 140 करोड़ रुपये हो गई, इसमें से 67 करोड़ रुपए वायुसेना को दिया जाएगा। आरओबी के चलते एयरपोर्ट का रनवे प्रभावित हो रहा था। नई एयर स्ट्रिप के निर्माण तथा जमीन अधिग्रहण व अन्य कार्य के लिए इस रकम की वायु सेना ने की थी। अब तक इस पुल का 92 प्रतिशत इसका निर्माण हो चुका था तो वायुसेना ने आपत्ति जता दी थी। माना जा रहा है कि मार्च में इसका काम शुरू हो जाएगा, जिसे दो से तीन माह में पूरा करा लिया जाएगा।
इन परियोजनाओं को भी मिला अनुमोदन
सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्माजी ने तीर्थराज में ही पहला यज्ञ किया था। इसको लेकर ही उनकी 30 फीट ऊंची मूर्ति नैनी में लेप्रोसी मिशन चौराहे पर दो करोड़ 67 लाख की लागत से लगाई जाएगी।
रामायण के कुछ अंश की रचना प्रयागराज में करने वाले महर्षि वाल्मीकि की लगभग सवा दो करोड़ रुपए की लागत से 30 फीट ऊंची प्रतिमा झूंसी के अंदावा चौराहे पर लगाई जानी है। दोनों प्रोजेक्ट सीएंडडीएस को दिए गए हैं। दोनों मूर्तियां कल्वरड मार्बल से बनाई जाएंगी।
महाकुंभ में लगे विभिन्न विभागों के अफसरों, कर्मियों, टूर गाइड्स, नाविक, वाङ्क्षलटियर्स, कुंभ सेवा मित्र, वेंडर्स, पुलिस पर्सनल के बिहैवियर चेंज, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, माड्यूल, साफ्ट स्किल्स वर्क तथा परफार्मेंस को बेहतर करने के ²ष्टिगत ट्रेङ्क्षनग प्रोग्राम भी कराया जाएगा।
मेला प्राधिकरण 12 महीने का फेलोशिप प्रोग्राम कराएगा, जिसके अंतर्गत देश के प्रमुख संस्थानों से सैनिटेशन, मोबिलिटी, क्राउड मैनेजमेंट, सिक्योरिटी एंड सर्विलेंस, कम्युनिकेशन सर्विसेज, टेंप्रेररी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, लेआउट प्लाङ्क्षनग जैसे कार्यों के लिए क्वालिटी इनपुट््स एवं इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट के लिए 55 विशेषज्ञों को एप्वाइंट किया जाएगा।