प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय की परीक्षा के दौरान स्मार्टफोन और गाइड से नकल करते परीक्षार्थियों को उड़ाका दल ने दबोच लिया। इसके अलावा कई केंद्रों पर बोलकर परीक्षा कराई जा रही थी। उड़ाका दल ने मंडल के चारों जिलों (प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़) के अलग-अलग केंद्रों से कुल 151 परीक्षार्थियों को नकल सामग्री के साथ पकड़ा है।

336 केन्द्रों पर आयोजित हुई परीक्षा

विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डाक्टर अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार को (बीए, बीएससी, बीकाम, एमए, एमएससी, एमकाम) की परीक्षा प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर जनपद के 336 केंद्रों पर हुई। नकलविहीन परीक्षा के लिए उड़ाका दल ने अलग-अलग केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पाया गया कि परीक्षार्थी खुलेआम स्मार्टफोन और गाइड का सहारा लेकर परीक्षा दे रहे थे। जब उड़ाका दल पहुंचा तो नकल सामग्री की उन पर ही बौछार कर दी गई। इसके अलावा कई परीक्षा केंद्रों पर यह भी पाया गया कि वह बोलकर परीक्षा कराई जा रही थी। ऐसे में टीम ने साक्ष्य के साथ कुल 151 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में पकड़ा। टीम ने साक्ष्य के साथ सारे दस्तावेज परीक्षा नियंत्रक डाक्टर कुलदीप सिंह को सौंप दिए। पीआरओ डाक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि अब यह मामला यूएफएम कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद इस मसले पर जो निर्णय लिया जाएगा, उस पर कुलपति अपनी अंतिम मुहर लगाएंगे। डाक्टर अविनाश ने बताया कि मंडल के 336 केंद्रों पर तीनों पालियों में आयोजित परीक्षा में 196525 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। जबकि कोरोना के डर से 1138 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।