प्रयागराज (ब्यूरो)। चिल्ड्रन अस्पताल के नार्मल वार्ड में एक बेड पर दो बच्चों का इलाज चल रहा है। एक ही बेड पर ही पेट में इंफेक्शन और डायरिया वाला बच्चा दोनो भर्ती हैं। जानकारों की मानें तो इंफेक्शन वाले बच्चे के संपर्क में आने से दूसरा बच्चा भी इंफेक्शन की चपेट में आ सकता है। चेक करने पर पता चला कि 120 बेड वाले अस्पताल को हैंडिल करने के लिए कुल 40 लोग मौजूद हैं। (पीडियाट्रिक्स) डीसीएच प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डा। एमवी सिंह एमडी ने बताया कि बढ़ते तापमान के कारण कमजोरी महसूस होना, मांसपेशियों में ऐठन, पेट खराब होने के मामलों में 10 से 15 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में कोविड के कारण समय-समय पर लॉकडाउन की वजह से लोग घरों से बाहर कम निकलते थे। इसलिए इनके मामले कम आए थे।
कुछ दिन से बेटे के पेट में दर्द, चक्कर आने, घबराहट और बुखार की शिकायत थी। पहले तो पास के मेडिकल स्टोर से दवा ली थी। राहत नहीं मिली तो अस्पताल में आया हूं।
महेंद्र कुमार
दो दिन से बच्चे को दस्त व उल्टी हो रही है। पहले बगल से एक मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खिलाया। आराम नहीं हुआ तो यहां आया हूं। डाक्टर ने एडमिट कर दिया है। दिक्कत यहां पर बेड की है।
जितेन्द्र कुमार
बच्चे के आंख में कुछ दिन पहले चाकू लग गया था। अभी इस परेशानी से उभरा ही नहीं था कि रविवार से कुछ भी खाने पर उल्टी कर दे रहा है। डाक्टर इंफेक्शन बता रहे है। पेट में भी दर्द बना रहता है।
कुमार विनय
बच्चे के सिर और पेट में बराबर दर्द बना रहता है। डाक्टर बता रहे हैं कि गर्मी के चलते ऐसा हो रहा है। कुछ दिन पहले दवा लेकर गया था। आराम न होने पर आज फिर से दिखाने आया हूं, अस्पताल में बेड फुल है। दवा लेकर जाना पड़ेगा।
संदीप शुक्ला
अत्यधिक गर्मी की चपेट में ज्यादातर को बुखार के साथ पेट दर्द से जुड़ी समस्याएं हो रही है। गर्मी से बचाव के लिए सावधानी बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों को इस गर्मी से बचाए रखने की जरूरत है।
डा। एमवी सिंह एमडी (पीडियाट्रिक्स) डीसीएच प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष
चिलचिलाती धूप में खासकर छोटे बच्चों का खास ख्याल रखें। छोटे बच्चों के शरीर में नमक और पानी की कमी न होने दें। नहीं तो छोटे बच्चों के लिए परेशानी और बढ़ सकती है।
डा। अनुराग श्रीवास्ताव चाइल्ड स्पेशलिस्ट
अपने मन से न लें कोई दवा
चिल्ड्रन अस्पताल में मंगलवार को दो सौ से अधिक मरीज आए। इन्हें उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत थी। डाक्टर बताते हैं कि एक हफ्ते से डिहाइड्रेशन के केस बढ़े हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अपने मन से कोई दवा न लें। डॉक्टर के परामर्श से ही दवा का सेवन करें।
इन बातों का रखे ध्यान
स्कूल जाएं तो बच्चे प्रापर नाश्ता करके ही जाएं
बच्चों को स्कूल में थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीने के लिए प्रेरित करें
बच्चों को दो बार ठंडे पानी से नहलाएं, उनको घर के सबसे ठंडे हिस्से में रखें व सुलाएं
सामान्य आयुवर्ग के लोग भी तेज धूप में अनावश्यक न निकलें
हल्का और ताजा भोजन लें, बाजार का खाना से परहेज करें
घर से निकलने के दौरान छाते का जरूर प्रयोग करें
डीहाइड्रेशन की स्थिति में ओआरएस का घोल और जिंक का सिरप के साथ-साथ जरूरत के हिसाब से दवा का सेवन करें
इन आंकड़ों पर करें गौर
120 बेड का है कुल चिल्ड्रन अस्पातल
25 इसमें से है आईसीयू बेड
08 कंसल्ट डाक्टर है अस्पताल में
01 पीडियाट्रिक्स डाक्टर है अस्पताल में
20 के करीब टीजी स्टूडेंट्स हैं अस्पताल में
04 ओपीडी चलता है अस्पातल में
250 से लेकर तीन के बीच रोजाना बन रही पर्चा
08 घंटा एक डाक्टर अस्पातल में देता है समय
32 बच्चों को ऑक्सीजन पर रखकर किया जा रहा इलाज
104 प्रकार के मेडिसीन उपलब्ध है अस्पताल में