शहर के सात डिवीजन में दो-दो उपकेंद्र किए गए हैं शामिल
शहर में बिजली संकट से लोगों को राहत मिलेगी। हालांकि, इसके लिए कुछ समय इंतजार करना पड़ेगा। बिजली विभाग ने शहर में 14 नए उपकेंद्रों को बनाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसे जल्द ही सरकार के पास अनुमति के लिए भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलते ही आगे का काम शुरू होगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है।
टेक्निकल फाल्ट से कटती है बिजली
शहर के रामबाग, म्योहाल, कल्याणी देवी, टैगोर टाउन, बमरौली, नैनी व करैलाबाग डिवीजन में ओवरलो¨डग और तकनीकी खराबी के चलते आए दिन लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ता है। इसके पीछे मुख्य वजह बिजली चोरी है। बिजली चोरी होने के कारण ओवरलो¨डग की समस्या बन जाती है, जिस कारण आपूíत बाधित होती है। विभागीय अधिकारियों ने हाईलाइन लास वाले फीडरों पर अभियान भी चलाया। बड़ी संख्या में बिजली चोरी भी पकड़ी, लेकिन इस पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसी बीच बिजली आपूíत में सुधार के लिए विभागीय अधिकारियों ने मुख्य अभियंता विनोद गंगवार के साथ मंथन किया। इसमें संसाधनों को बढ़ाने के साथ ही लाइनों को उच्चीकृत करने का निर्णय लिया गया। मुख्य अभियंता ने सभी डिवीजन के अधिकारियों से इसकी रिपोर्ट भी मांगी। इसके बाद 14 नए उपकेंद्रों की स्थापना का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके तहत प्रत्येक डिवीजन में दो-दो नए उपकेंद्र बनाए जाएंगे। नए उपकेंद्र बनने के बाद बिना किसी बाधा के लोगों को 24 घंटे बिजली आपूíत दी जा सकेगी।
उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली आपूíत मिले, इसी को देखते हुए नए उपकेंद्र बनाए जाएंगे। लाइनों को उच्चीकृत किया जाएगा। जिन ट्रांसफार्मरों में मामूली भी गड़बड़ी नजर आएगी, उसे भी बदला जाएगा। ग्रामीण इलाकों में भी नए उपकेंद्र बनेंगे, जिसके लिए अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।
-विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता।