प्रयागराज (ब्यूरो)। तंबुओं के शहर को बसाने में प्रशासन जुट गया है। टेंडर सिस्टम लेट होने से काम की शुरुआत में भी विलंब है। हालांकि पांटून पुल का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। पीपा पुल के अतिरिक्त सारे कार्यों की गति सुस्त हैं। मेला क्षेत्र में कई जगह जमीन काफी दलदल है। ऐसे में दलदल जमीन को समतल करने में दिक्कतें सामने आ रही हैं। काम कर रहे वकर्स बताते हैं कि दलदल जमीन में ट्रैक्टर फंस जा रहा है। मेला क्षेत्र में बिजली और पानी के इंतजाम को लेकर भी कुछ खास तेजी नहीं दिख रही है। यह सब देखते हुए लोगों में मेला को लेकर तरह तरह की चर्चा हैं। पब्लिक का कहना है कि मेला का पहला बड़ा स्नान मकर संक्रांति 14 जनवरी को होता है। हालांकि मेले की शुरुआत इसके पहले से हो जाती है। कल्पवासी तो जनवरी के पहले सप्ताह से आने लगते हैं। यदि प्रशासन तैयारियों को लेकर गंभीर नहीं रहा तो आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि सुरक्षा के इंतजाम को लेकर एसपी मेला अलर्ट मोड में है। मेला क्षेत्र में अभी तक एसपी मेला की भी ऑफिस नहीं बन सकी है।
जवानों की पदवार संख्या
पंद्रह दिसंबर को मेला की सुरक्षा के लिए फोर्स की आएगी पहली खेप
मेला क्षेत्र की सुरक्षा में लगाए जाएंगे बीस अनुभवी इंस्पेक्टर
चार सौ सब इंस्पेक्टर भी संभालेंगे मेला क्षेत्र की सुरक्षा
बारह कंपनी पीएसी के जवान भी मेला की सुरक्षा में होंगे पोस्ट
साथ ही चार कंपनी फ्लड, आरएफ व एनडीआरएफ की टीमें होंगी
सुरक्षा के लिए करीब 150 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे भी लाए जाएंगे
नंबर से जानिए पीपा पुल
पांटून पुल नंबर
महाबीर 01
त्रिवेणी मार्ग 02
काली सड़क 03
गंगोत्री/ मोरी 04
ओल्ड जीटी 05
फाफामऊ ब्रिज के पास गंगा में प्रतीक्षित पांटून पुल को डीएम की हरी झण्डी मिल गई है। बताते हैं कि यहां इस बार कुल दो पुल बनाए जाएंगे। एक पुल से लोग इंट्री करके दूसरे से वापस लौट सकेंगे। माना जा रहा है कि पीपा पुल बनने के बाद ब्रिज के मरम्मतीकरण का काम शुरू होगा। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
मेला सुरक्षा के लिए फोर्स को लेकर सारी तैयारी कर ली गई है। रोड कंप्लीट होने के बाद थानों को स्टेबलिस्ट करने का काम शुरू किया जाएगा। पंद्रह तारीख को मेला के लिए 20 प्रतिशत फोर्स आ जाएगी।
राजीव नारायण मिश्र, एसपी मेला