- खुद अपना नाम सूची में शामिल करवाकर लगवाई वैक्सीन
- ब्लड बैंक के कर्मचारी हैं हेमंत, परिजनों ने किया एप्रिशिएट
प्रयागराज- एक ओर कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ नहीं रही है तो दूसरी ओर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खुद आगे आकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। बेली हॉस्पिटल ब्लड बैंक के फार्मासिस्ट डॉ। हेमंत शुक्ला भी इसी में एक हैं। गुरुवार को वैक्सीनेशन सूची में नाम शामिल नहीं होने पर उन्होंने इस पर आपत्ति दर्ज कराई। हॉस्पिटल के अन्य स्टाफ का भी सूची में नाम नहीं होने पर सभी को शुक्रवार को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया गया। इसमें शामिल हेमंत ने पूरे उत्साह के साथ वैक्सीन लगवाई। उनका कहना है कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सेफ है और इसे लगवाने को कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
रूटीन लाइफ स्टाइल किया फालो
डॉ। हेमंत ने दोपहर में 12:39 बजे वैक्सीन लगवाई और इसके बाद आधे घंटे आब्जर्वेशन रूप में रहे। उनका कहना है कि उनकी बेटी इससे काफी उत्साहित थी। उसने भी पापा को एप्रिशिएट किया। सुबह उन्होंने खाने में सब्जी रोटी खाई थी और वैक्सीन लगवाने के बाद ब्लड बैंक में नौकरी की। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर रूटीन लाइफ स्टाइल को फालो किया। उनको देखकर ब्लड बैंक के अन्य कर्मचारी भी वैक्सीनेशन को लेकर उत्साहित नजर आए।
58 फीसदी ने कराया वैक्सीनेशन, पोर्टल ने फिर दिया दगा
शुक्रवार को हुए वैक्सीनेशन में एक बार फिर पोर्टल ने धोखा दिया। 40 हास्पिटल के 80 सेंटर में से चार में ऐन वक्त पर वैकसीनेशन कैंसिल करना पड़ा। कोविन पोर्टल पर साइट जनरेट नहीं होने से यह बदलाव करना पड़ा। ऐसे में कुल 8400 लोगों को वैक्सीन लगनी थी और इसमें से महज 4816 लोगों को वैक्सीनेशन किया गया। यह कुल 58 फीसदी रहा। चार राउंड में अब तक यह सबसे कम वैक्सीनेशन रहा है। हालांकि इस बीच किसी अनहोनी की सूचना नही मिली।
पोर्टल पर साइट जनरेट नहीं होने से कुछ जगहों पर वैक्सीनेशन नहीं हो सका। इनको अगले राउंड में शामिल किया जाएगा। सभी सेंटर पर पूरी तरह सेफ रहा वैक्सीनेशन।
डॉ। राहुल सिंह, नोडल, वैक्सीनेशन