10वीं में 82338 व इंटर में 62,506 स्टूडेंट्स के मार्कशीट पर दर्ज नहीं हैं नंबर
मार्कशीट पर नंबर अंकित कराने के लिए बोर्ड परीक्षा पास करना होगा अनिवार्य
अभी मार्कशीट पर त्रिपल एक्स के साथ अंकित है प्रमोटेड
कोरोना महामारी के कारण इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो सका। यूपी बोर्ड ने फॉर्मूले के आधार पर सभी छात्रों को प्रमोटेड घोषित कर दिया। इसके चलते 99 फीसदी से अधिक छात्र नेक्स्ट क्लास में एडमिशन लेने के लिए अर्ह घोषित कर दिये गये हैं। यूपी बोर्ड के करीब 56 लाख छात्रों में डेढ़ लाख छात्र दोराहे पर आकर खड़े हो गये हैं। इनकी मार्कशीट पर अंक के स्थान पर त्रिपल क्रास के साथ प्रमोटेड मेंशन हैं। इन छात्रों के लिए स्कूल चेंज करने से लेकर ग्रेजुएशन तक में एडमिशन लेने के दौरान बड़ी मुश्किल आने वाली है। स्पेशली उन संस्थानों में जहां एडमिशन के समय किसी भी रूप में बोर्ड के अंक मेरिट बनाने में यूज किये जाएंगे। इन छात्रों के पास बोर्ड की परीक्षा में बैठना ही ऑप्शन है। संयोग से इसकी डेट भी समाप्त हो चुकी है।
बोर्ड का दावा नहीं मिले अंक
छात्रों की मार्कशीट पर लिखे ट्रिपल एक्स को लेकर बोर्ड के अधिकारियों से पूछा गया तो उनका अलग ही दावा है। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि बोर्ड परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के लिए मानक बनाए गए थे। इसके अनुसार तीन परीक्षाओं के अंक जोड़कर एवरेज मार्किंग करते हुए स्टूडेंट्स को प्रमोट किया जाना था। तमाम स्टूडेंट्स के तीन परीक्षाओं में से किसी एक परीक्षा के अंक बोर्ड को नहीं मिले। मार्क्स नहीं मिलने के कारण ऐसे स्टूडेंट्स को प्रमोट कर दिया गया। लेकिन, मार्क्स के स्थान पर ट्रिपल एक्स लिखा गया। ऐसा कैसे हुआ होगा? इस सवाल के साथ रिपोर्टर ने स्कूलों से सम्पर्क किया तो उनकी तरफ से दावा किया गया कि उनके यहां से तीनों परीक्षाओं के सभी मार्क्स बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किये गये थे। जीजीआईसी की प्रिंसिपल इंदु सिंह ने बताया कि उनके स्कूल से 5 छात्राओं के मार्कशीट पर ऐसा लिखा है। इन छात्राओं में सिर्फ एक छात्रा ने प्रैक्टिकल नहीं दिया था। जिसके कारण उनके प्रैक्टिकल के मार्क्स अपलोड नहीं हुए थे। शेष छात्राओं ने सभी मार्क्स बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किए गए थे। ऐसे में ये समझ नहीं आ रहा है कि आखिर ये गड़बड़ी कहां और कैसे हुई।
दाखिले में होगी दिक्कत
इंटर के बाद कई ऐसे पाठ्यक्रम हैं, जिनमें दाखिले के लिए छात्रों के बोर्ड परीक्षा अंक के आधार पर बने कटआफ के जरिए ही एडमिशन होता है। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स के मार्क्स के स्थान पर ट्रिपल एक्स लिखा है। ऐसे स्टूडेंट्स को दाखिले में दिक्कत आएगी। ऐसे स्टूडेंट्स को दाखिले के लिए अगले साल फिर से परीक्षा देनी होगी। जिससे उनका एक साल खराब होगा। वहीं करीब 70 हजार छात्र ऐसे हैं जिनका यूपी बोर्ड के रिजल्ट में विदहेल्ड आया है। इसमें 10वीं में 14015 और इंटर में 55555 छात्र शामिल हैं।
बोर्ड ने अंक सुधार का दिया है मौका
बोर्ड की ओर से प्रमोट किए गए स्टूडेंट्स का रिजल्ट जारी करने के बाद अपने मार्क्स से नाखुश छात्रों के लिए अंक सुधार परीक्षा का आप्शन दिया गया था। इसके लिए स्टूडेंट्स को बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध अपनी मार्कशीट का प्रिंट आउट लगाकर बोर्ड की ओर से जारी आवेदन को भरकर स्कूल को उपलब्ध कराना था। बोर्ड की ओर से 27 अगस्त तक का समय इसके लिए दिया गया था। इसके बाद स्कूलों को स्टूडेंट्स के आवेदन को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना था। जिसके बाद 18 सितंबर से बोर्ड की ओर से सभी विषयों के लिए अंक सुधार की परीक्षा का आयोजन किया जाना है।
ट्रिपल एक्स को लेकर हो चुका बवाल
सिविल लाइंस स्थित वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल में 26 अगस्त को बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स पहुंच गए। स्टूडेंट्स मार्कशीट में नम्बर के स्थान पर ट्रिपल एक्स लिखे जाने को लेकर काफी नाराज थे। स्टूडेंट्स ने बताया था कि 31 जुलाई को रिजल्ट आने के बाद उन्होंने इस संबंध में स्कूल प्रबंधन को जानकारी दी थी। प्रबंधन ने भरोसा दिलाया था कि बोर्ड की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। इसे एक सप्ताह के अंदर ठीक करा लिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब 18 सितंबर से शुरू हो रही परीक्षा की जानकारी देते हुए फार्म भरने के लिए कहा गया है। स्कूल की प्रिंसिपल नलिनी सिंह का दावा था कि 10वीं में 89 स्टूडेंट्स के मार्कशीट में ये दिक्कत आयी है। उनको फिर से परीक्षा में शामिल होने के लिए कह दिया गया है।
10वीं में 26 व 12वीं में 2 स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है। जहां तक मार्क्स भेजने की बात है, तो सभी स्टूडेंट्स के मार्क्स भेजे गए थे।
नलिनी सिंह, प्रिंसिपल, वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल
स्कूल से 5 स्टूडेंट्स के मार्क्स के स्थान पर ट्रिपल एक्स लिखा है। जबकि उनके सभी विषयों के मार्क्स अपलोड किए गए थे।
इंदु सिंह
प्रिंसिपल, जीजीआईसी सिविल लाइंस
मार्कशीट अभी तक रिसीव नहीं हुई है। इसलिए ये बताना संभव नहीं है कि कितने छात्रों का रिजल्ट प्रभावित है। किसी भी स्टूडेंट ने आवेदन नहीं किया।
बीके सिंह
प्रिंसिपल, जीआईसी
अंक सुधार परीक्षा में शामिल होने के लिए किसी भी छात्र ने आवेदन नहीं किया है। अभी ट्रिपल एक्स से रिलेटेड कोई शिकायत भी नहीं आयी है। इसलिए कुछ भी बताना अभी संभव नहीं है।
योगेश चन्द्र त्रिपाठी
प्रिंसिपल, भारत स्काउट एंड गाइड
बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली अंक सुधार परीक्षा के लिए आवेदन नहीं आए है। ऐसे में इस बारे में अभी बताना संभव नहीं है।
सुधा रानी उपाध्याय
प्रिंसिपल, आर्य कन्या इंटर कालेज
नया सेशन शुरु हो गया है। ऐसे में स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई करें या फिर से परीक्षा की तैयारी करें। शायद यही कारण रहा होगा कि किसी भी छात्र ने कोई आवेदन नहीं किया।
विक्रम बहादुर सिंह परिहार
प्रिंसिपल, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, सिविल लाइंस