आगरा(ब्यूरो)। पोइया घाट, ताजगंज मोक्षधाम, दशहरा घाट के बाद कैलाश मंदिर पर भी यमुना का पानी एंटर कर गया। मंदिर परिसर के साथ आसपास के मकानों में भी पानी भर गया है। क्या कालिंदी का रूप इसी तरह रौद्र होता रहेगा? क्या वर्ष 2010 का रिकॉर्ड टूटेगा? क्या वर्ष 1978 जैसे बाढ़ के हालात बनेंगे? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो नदी किनारे या फिर इस फ्लड से प्रभावित होने वाले हर संभावित शख्स के जहन में हैं।
ये पानी तो कुछ नहीं
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम सोमवार को शाम चार बजे तक कैलाश मंदिर पहुंची तो यहां घाट से नदी का पानी ओवरफ्लो हो चुका था। मंदिर के लिए जाने वाले मार्ग पर पानी ही पानी था। मंदिर के गृभ ग्रह में भी पानी भरना शुरू हो गया था। तभी मंदिर में दर्शन करने आए एक बुजुर्ग कहते हैं कि ये पानी तो कुछ भी नहीं वर्ष 1978 में कमर तक पानी था। तब यहां पानी में से होकर दर्शन करने आए थे।
गोकुल और ओखला बैराज से नहीं बढ़ा रिलीज
सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मानें तो अभी एक से डेढ़ फीट तक यमुना का जलस्तर बढ़ सकता है। यानी नदी का जलस्तर 499.5 फीट तक पहुंच सकता है। शाम चार बजे से ओखला बैराज से 99188 क्यूसेक वाटर रिलीज किया जा रहा है, जो कॉन्सटेंट होने के साथ स्थिर बना हुआ है। यानी रिलीज वाटर में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। वहीं गोकुल बैराज भी कॉन्सटेंट बना हुआ है। यहां से लगातार 148804 क्यूसेक वाटर रिलीज किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मानें तो ओखला और गोकुल बैराज के कॉन्सटेंट होने का असर 18 घंटे में देखने को मिलेगा। अगर पीछे बैराज से पानी रिलीज में बढ़ोत्तरी नहीं की गई तो यमुना का जलस्तर स्थित रह सकता है।
डीएम ने कैलाश का किया निरीक्षण
डीएम नवनीत सिंह चहल ने सोमवार को कैलाश मंदिर का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ एडीएम एफआर यशवर्धन श्रीवास्तव, तहसीलदार रजनीश वाजपेयी आदि मौजूद रहे।
यमुना को देख युवाओं में लगा फोटो और वीडियो बनाने का शौक
एक ओर जहां यमुना का जलस्तर प्रशासनिक अधिकारियों की धड़कनों को बड़ा रहा है तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया है। लोग यमुना किनारे जाकर दोस्तों के और परिवार के साथ सेल्फी ले रहे हैं। तरह तरह से रील और वीडियो बना रहे हैं। प्रशासन द्वारा किनारों पर की गई इन रोकथाम और चेतावनी के बावजूद यमुना में मौत की छलांग लगाते हुए युवा दिखाई दे रहे हैं। शहर के कुछ लोगों के लिए यह पिकनिक प्वाइंट बन गया है। जिला प्रशासन ने यमुना किनारे पर कई जगह चेतावनी के बोर्ड चस्पा किए हैं। जिसमें लोगों के यमुना किनारे आने पर और सेल्फी लेने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसा करते हुए कोई भी व्यक्ति पाया गया, तो उस पर कार्रवाई भी की जा सकती है।
12 घंटे में एक फीट बढ़ा जलस्तर, हर पल सता रहा डर
सुबह 7 बजे: 497
10 बजे: 497.2
11 बजे: 497.3
12 बजे: 497.4
1 बजे: 497.5
2 बजे: 497.6
3 बजे: 497.7
4 बजे: 497.8
5 बजे: 497.8
6 बजे: 497.9
शाम 7 बजे: 498
नोट: आंकड़े फीट में.