आगरा(ब्यूरो) । एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रो। डॉ। सुरभि गुप्ता ने बताया कि पुरुषों में मुंह और गले के कैंसर पहले भी ज्यादा थे, अब भी लगातार केस सामने आ रहे हैं। पहले से आंकड़ा बढ़ा है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के केसेज की संख्या भी बढ़े हैं। अब जो चेंज देखने को मिल रहा है उसमें खाने की नली, पित्त की थैली, लंग्स और बड़ी आंत में भी कैंसर के केस सामने आ रहे हैं। कैंसर के जो नए केस सामने आ रहे हैं उसके पीछे सबसे बड़ी वजह खानपान में बदलाव है। ब्लड कैंसर के केस में भी इजाफा हुआ है। पहले इसके केस कम आते थे, लेकिन अब ब्लड कैंसर के केस बढ़ रहे हैं।

टोबैको का न करें सेवन
ऐसी कोई दवा और जांच नहीं है, जिससे कैंसर के खतरे को खत्म किया जा सके या बहुत पहले से ही पता लगाया जा सके कि कैंसर होगा या नहीं। लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो कैंसर को बढ़ावा देती हैं, अगर उन्हें कम कर दिया जाए तो कैंसर का खतरा कम हो जाएगा। इनमें प्रमुख है कि टोबैको का सेवन न करें। टोबैको के सेवन से 20 तरह का कैंसर होता है। खानपान पर विशेष ध्यान रखें। ऑयली और जंक फूड न खाएं। इससे बड़ी आंत, खाने की नली और पैंक्रयाज के कैंसर से बचा जा सकता है।

खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देकर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। अगर 30 मिनट रोज एक्सरसाइज करते हैं और इसे हफ्ते में पांच दिन भी करते हैं, तो खतरे को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही टोबैको, जंक फूड और ऑयली फूड का सेवन न करें।

प्रो। डॉ। सुरभि गुप्ता, एसएन मेडिकल कॉलेज



कैंसर कोई छूत की बीमारी नहीं है। शरीर में कहीं भी सूजन, गांठ या अल्सर होना जो सामान्य दवाओं से ठीक न हो रहा हो वह कैंसर हो सकता है। इस तरह के किसी भी लक्षण दिखने पर जल्द डॉक्टर से संपर्क करें.शुरुआती चरण में पता चलने पर अधिकांश कैंसर पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं।

डॉ। आनंदी पचौरी, सर्जिकल अनकोलॉजी


इस तरह खतरे को कम
- रोज 30 मिनट, हफ्ते में पांच दिन एक्सरसाइज अवश्य करें
- ऑयली फूड का सेवन कम से कम करें
- रोज दो फल का सेवन करें
- हरी पत्तेदार सब्जियां खाने में शामिल करें
- टोबैको से दूरी बनाएं
- जंक फूड का सेवन न करें
- 14 से 26 वर्ष की फीमेल सर्वाइकल कैंसर से बचने को वैक्सीन लगवाएं

विश्व कैंसर डे पर नजर
विश्व कैंसर दिवस के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और इसके उपचार की जानकारी देने के लिए हर वर्ष 4 फरवरी को कैंसर-डे पर अवेयर किया जाता है। इस वर्ष की थीम 'क्लोज दि केयर गैपÓ है।


साल में एक बार जरूर कराएं चेकअप
विशेषज्ञों के अनुसार 40 वर्ष की उम्र के बाद सतर्क हो जाएं। वर्ष में एकबार फुल बॉडी चेकअप जरूर कराएं। महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर के समय रहते बचाव के लिए मेमोग्राफी टेस्ट कराएं।