आगरा(ब्यूरो)। कार सवार छह लोग शुक्रवार देर रात एक शादी समारोह से लौट रहे थे, जब वह दिगनेर पुलिया पर पहुंचे तो मोड़ पर उनकी कार अनियंत्रित हो गई और नहर में गिर गई थीं। ग्रामीणों ने आधा घंटे प्रयास के बाद कार का शीशा तोड़कर उसमें फंसे युवकों को बाहर निकाला था। तब तक चार की मौत हो चुकी थी।
लौट रहे थे शादी समारोह से
बता दें कि शमसाबाद के गांव गढ़ी मोहनलाल के रहने वाले जितेंद्र, शैलेश, विनोद कुमार, मनीष, योगेश और आदित्य आपस में मित्र थे। सभी की आयु 30 से 35 वर्ष के बीच थी। वे बमरौली कटारा के नौमील से शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहे थे। जिसमें मृतक मनीष की उम्र 32 वर्ष के थे। मनीष के तीन च्च्चे हैं। बड़ा बेटा करन उम्र 16 वर्ष, कनिष्क 14 वर्ष, तरुण 12 वर्ष है। पत्नी अनीता, च्च्चों, परिजनों का रो रो का बुरा हाल है। मनीष खेती-बाड़ी कर अपने परिवार का लालन पोषण करते थे। पिता चंद्रभान ने बताया कि मेरे बुढ़ापे का सहारा चला गया। वहीं मृतक शैलेंद्र की शादी करीब 7 साल पहले रीना देवी के साथ हुई थी। उनके दो च्च्चे हैं। रिया 3 वर्ष, रितिक दो साल का है। शैलेंद्र मोबाइल रिपेयङ्क्षरग की दुकान चलते थे। दोनों च्च्चे अपने पिता की मौत से अनजान हैं। वह अन्य च्च्चों के साथ दिनभर खेलते रहे। वही जब मां रोती तो उनके साथ रोने लगती। मृतक विनोद के परिवार में भी कोहराम मचा हुआ है। पत्नी बबली का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक विनोद के तीन च्च्चे हैं। लोकेश 12 वर्ष, अन्ना 11 वर्ष, खुशी 9 वर्ष हैं। विनोद किसान थे। खेती कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। मृतक जितेंद्र की पत्नी राधा देवी और परिजनों का रो बुरा हाल है। जितेंद्र के दो च्च्चे हैं। आयुष 12 वर्ष, आयुषी 10 वर्ष हैं। जितेंद्र खेती-बाड़ी कर अपने परिवार का लालन पोषण कर रहे थे। मृतक विनोद और जितेंद्र चाचा भतीजे हैं।
शव को पहुंचते ही गांव में छाया मातम
गांव में जैसे ही चारों मृतकों के शव पहुंचे, गांव में मातम छा गया। घरों में चूल्हे नहीं जले। हर आंखें नम थी। परिजन, रिश्तेदारों, ग्रामीणों का रो-रो कर बुरा हाल है। शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए जनप्रतिनिधि भी पहुंचे। विधायक छोटेलाल वर्मा, पूर्व विधायक डॉ। राजेंद्र ङ्क्षसह गांव पहुंचे तथा मृतक के परिजनों को ढांढस बधाया। दाह संस्कार के समय गांव में एसडीएम फतेहाबाद, एसीपी फतेहाबाद गिरीश चंद्र इंस्पेक्टर शमसाबाद विरेश पाल गिरि पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे।