आगरा। एबीडी में 9 वार्ड के अलावा दो गांव और कुछ छावनी परिषद के हिस्से को भी शामिल किया गया है। इन एरियाज में 24 घंटे पानी की आपूर्ति होगी। किस घर में कितना पानी खर्च किया गया। सभी का ब्योरा देखा जा सकेगा। इस योजना के तहत 1.47 लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा।

अभी लग चुके हैं। 70 मीटर
ताजगंज एरिया में अभी तक 70 मीटर लगाए जा चुके हैं। जुलाई से जलापूर्ति शुरूकर दी जाएगी। वाटर स्मार्ट लगाने का काम जोधपुर के एसबी एंटरप्राइजेज कंपनी द्वारा किया जा रहा है।

रीडिंग लेने घर नहीें जाना पड़ेगा
कर्मचारियों को वाटर स्मार्ट मीटर की रीडिंग लेने के लिए घर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रम से ही मीटर की रीडिंग ले सकेंगे।

स्काडा सिस्टम से होगी निगरानी
143 करोड़ की लागत से एबीडी एरिया के लिए बिछाई गई पाइपलाइन की निगरानी स्काडा सिस्टम से की जाएगी। ये वाटर के फ्लो का भी हिसाब रखेगा। अगर कहीं वाटर का फ्लो कम है, तो इसका मैसेज स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगा। इससे जलकल कर्मचारी जोनल पंपिंग स्टेशन से वाटर का फ्लो भी बढ़ा सकेंगे।

रुकेगा पानी का ओवरफ्लो
स्काडा सिस्टम से वाटर की टंकियों में वाटर का ओवरफ्लो भी रोका जा सकेगा। अगर कहीं वाटर टैंक में वाटर ओवरफ्लो हो रहा है, तो सुपरवायजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजिशन (स्काडा) से वाटर के ओवरफ्लो पर भी निगरानी रखी जा सकेगी। अगर वाटर ओवरफ्लो होगा तो कंट्रोल रूम में इसकी जानकारी हो सकेगी। बता दें कि आमतौर पर वाटर टैंक में वाटर ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहता रहता है। इससे पानी की बर्बादी होती है। स्काडा से कनेक्ट होने के बाद इस बर्बादी पर रोक लगाई जा सकेगी।

टैंक कितना भरा, कितना खाली
स्काडा सिस्टम से जोनल पंपिंग स्टेशन पर इस बात पर भी नजर रहेगी कि वाटर टैंक में कितना वाटर है, और कितना खाली है। उसी के हिसाब से वाटर टैंक में पानी को रिलीज किया जा सकेगा। स्काडा सिस्टम से पानी की पाइपलाइन के लीकेज की जानकारी हो सकेगी।

शहर की स्थिति

वार्ड
100

आंशिक वाटर सप्लाई
55 वार्ड

पाइपलाइन मौजूद नहीं
27 वार्ड

पाइपलाइन बिछी है
18 वार्ड


वर्जन स्मार्ट सिटी के तहत ताजगंज में वाटर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। अभी तक कंपनी द्वारा 70 वाटर स्मार्ट मीटर ही लगाए जा चुके हैं। इससे प्रत्येक घर में होने वाली पानी की खपत पर नजर रहेगी।
आनंद मेनन, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्मार्ट सिटी