आगरा। ऐसा नहीं है कि क्षेत्र में पाइपलाइन नहीं है। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो 2012 में पाइपलाइन बिछाई गई थी। तीन वर्ष पहले कुछ एरिया में कनेक्शन किए गए लेकिन गंगाजल आज तक नहीं मिला। शुरुआत में टेस्टिंग की गई थी। उस दौरान पानी आया था। उसके बाद पानी नहीं आया।
कलक्ट्रेट पर किया धरना प्रदर्शन
दयालबाग की कई कॉलोनियों के लोगों ने गुरुवार को सौरभ चौधरी के नेतृत्व में डीएम ऑफिस के बाहर जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि बिना गंगाजल दिए हम लोगों को 2 लाख रुपए के बिन भेज दिए हैं। इस दौरान हंगामा सुनकर एसडीएम विजयपाल सिंह बाहर आए। उन्होंने अपनी समस्या बताने को कहा तो लोग जिला अधिकारी से मिलने की बात पर अड़े रहे जिला अधिकारी मौजूद नहीं है।
एसडीएम ने सुनीं समस्या
सुनी सौरभ चौधरी ने बताया कि 3 साल से गंगाजल के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अभी तो ठीक से गंगाजल तक नहीं आया है और दो-दो लाख रुपए के बिल थमा दिए गए हैं। घरों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं कि 15 दिन में बिल भर दें नहीं तो कुर्की कर दी जाएगी। जलकल विभाग के जीएम आर एस यादव ने गलती मानते हुए कहा कि बिल गलत है नगर निगम द्वारा भेजे गए है लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस दौरान सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी, अंकित यादव, नितिन ठाकुर, अभिषेक फौजदार, अमन चौधरी, नितिन त्यागी, कुनाल बघेल, रजनीश बघेल, सत्यम ठाकुर, युवराज सिंह, विपिन शर्मा, अनिल सोलंकी आदि मौजूद रहे
नवंबर 2018 में आया था गंगाजल
शहर में कई वर्षों के इंतजार के बाद 20 नवंबर 2018 को पालड़ा बुलंदशहर से गंगाजल आया था। शुरुआत में 60 क्यूसेक गंगाजल आया। मौजूदा समय में आगरा को पालड़ा से 370 एमएलडी गंगाजल मिल रहा है। अभी 40 प्रतिशत एरिया मेें पाइपलाइन नहीं है। बता दें कि 100 वार्डों में से 27 वार्ड ऐसे हैं, जहां पाइपलाइन नहीं है। 4 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अभी तक शहर में गंगाजल आपूर्ति के लिए पाइपलाइन नहीं बिछाई जा सकी है।
इन कॉलोनियों में नहीं आता पानी
दयालबाग के हरीपर्वत जोन में नगला हवेली, रोशन बाग, आरके पुर्म, रंधीर नगर, वीर नगर समेत कई एरिया में पेयजल की व्यवस्था नहीं है।
गंगाजल की आपूर्ति से जुड़े फैक्ट
- 60 क्सूसेक पानी की आपूर्ति पहले चरण में
- 3 कंपनी गंगाजल के कनैक्शन करने का काम कर रही हैं। पाइपलाइन न होने के कारण कई एरिया में काम नहीं किया गया।
- 400 एमएलडी शहर की जरुरत
-20 लाख शहर की जनसंख्या
- 3 चरणों में 540 एमएलडी पानी का लक्ष्य
- 13 वर्ष बाद आगरा को मिला गंगाजल
- 130 किमी। पाइपलाइन डालकर 370 क्यूसेक गंगाजल आगरा को मिल रहा है।
- 03 चरणों में शहर में होगी गंगाजल की आपूर्ति
जीवनी की मंडी वाटर वक्र्स प्लांट:
- 03 प्लांटों की संख्या
- 45 एमएलडी
-90 एमएलडी
- 90 एमएमडी
-225 एमएलडी कुल आपूर्ति
- 180 एमएलडी पानी की आपूर्ति होनी चाहिए
- 130 एमएलडी की हो पा रही आपूर्ति
सिकंदरा प्लांट
288 कुल एमएलडी के दो प्लांट
216 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति हो रही है
हमारे यहां पानी आता नहीं है। मेरा बेटा भी यहां नहीं रहता है। जलकल विभाग की ओर से 2 लाख से ज्यादा का बिल भेज दिया है। जमा न करने पर कुर्की की धमकी दी जा रही है। घर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया है। हमने शिकायत की है। कोई जबाव नहीं मिला है।
गुलाब ंिसंह, रिटायर्ड कर्मचारी डीआरडीओ
दयालबाग के नगला हवेली में गंगाजल की पाइपलाइन तो है लेकिन उसको कनेक्ट नहीं किया गया। इसके चलते पानी नहीं आता है। लोग निजी सबमर्सिबल से पानी भरते हैं। सभी को लाखों रुपए के बिल भेज दिए हैं।
सत्यवीर सिंह
नगला हवेली को छोड़ो आसपास के एरिया मेें भी पानी नहीं आता है। गंगाजल आए कई वर्ष हो गए। लेकिन अभी तक हमको नसीब नहीं हुआ है। किससे कहें, कोई सुनवाई भी नहीं होती।
सोवरन सिंह
नगला हवेली, रोशन बाग, आरके पुर्म, रंधीर नगर समेत कई इलाकों में गंगाजल की लाइन तो है, लेकिन पानी आज तक नहीं आया। कई बार क्षेत्रीय लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
चरन सिंह
जब हाउस टैक्स लेते हैं उसके बाद भी जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं है। लोग परेशान है। लोगों को लाखों रुपए के बिल भेजे जा रहे हैं।
जीवाराम
जिस एरिया में 100 मीटर के दायरे में कोई भी पाइपलाइन गुजर रही हो, वहां लोगों को वाटर, सीवर टैक्स अदा करना होगा। ये शासनादेश है। अगर ऐसा हुआ है तो संबंधित एक्सईएन से मिलें। समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
एसके श्रीवास्तव, सचिव, जलकल