कंपनी टूर पर होने की दी थी जानकारी
निधि का ड्रग कनेक्शन सामने आने के बाद जीआरपी ने परिजनों से संपर्क किया था, जिसमें बताया गया कि परिजनों को उसके कार्य के बारे में जानकारी नहीं थी, वो खुद को एक निजी कंपनी में कार्यरत बताती थी, परिजन भी यही समझते थे, पुलिस पूछताछ के बाद परिजनों को पता चला कि वो तस्करी के मामले में जेल भी जा चुकी है। दिल्ली के सुल्तानपुरी कांड में गवाह के तौर पर पेश की जा रही निधि दो साल पहले आगरा कैंट स्टेशन पर 10 किलोग्राम गांजा के साथ पकड़ी गई थी। वह तेलंगाना से दो युवकों के साथ गांजा लेकर यहां पहुंची थी। मामले में जीआरपी ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा था। जेल में होने पर दोस्तों ने निधि के परिजनों को कंपनी टूर पर होने की जानकारी दी थी।
घटना की चश्मदीद गवाह बनी निधि
दिल्ली के सुल्तानपुरी में 20 वर्षीय अंजलि को कार से कई किलोमीटर तक घसीटा गया। इससे उसकी मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। घटना की चश्मदीद के रूप में निधि का नाम सामने आया है।
गांजा तस्करी में पकड़ी गई निधि।
जीआरपी की पूछताछ में निधि ने बताया था कि वह और उसके दोनों साथी दिल्ली निवासी दीपक के कहने पर तेलंगाना से गांजा लेकर ट्रेन से आए थे। आगरा से सड़क मार्ग से दिल्ली जा रहे थे। कोर्ट के आदेश पर तीनों को जेल भेजा गया था। अब उसके तस्करी में पकड़े जाने के बाद पुलिस जानकारी जुटा रही है कि वह जमानत पर कब छूट गई थी। उसके 2 साथी कहां रह रहे हैं।
कोर्ट में नहीं हुई हाजिर, बढ़ सकती हैं मुश्किलें
निघि के अधिवक्ता आजाद ने बताया कि निधि की तारीख थी, जिसमें प्रार्थना पत्र लगाया गया है, लगातार गैर हाजिर होने पर निधि की मुश्किलें बढ़ सकती है। फोन पर उससे बात की गई थी, जिसमें शनिवार को प्रार्थनापत्र लगाने के लिए कहा गया था।