आगरा(ब्यूरो)। जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि बीते दिनों मुख्य सचिव द्वारा मीटिंग में निर्देश दिए गए कि प्राइवेट लैब में डेंगू के मरीज मिलने पर उनको क्रॉस चेक किया जाए। जरूरत पडऩे पर उन्हें एलिसा से कंफर्म कराया जाए। इसको लेकर निजी लैबों को आईएचआईपी पोर्टल पर डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैैं। यदि किसी मरीज को निजी लैब में डेंगू मिलता है तो उसके घर भी डेंगू की तरह ही एक्टिविटी कराई जाएगी। यदि मरीज वायरल का भी है तो भी एहतियातन मरीज के घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव, हाउस स्प्रे इत्यादि किया जाएगा।
लगाए जाएंगे कैंप
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि डेंगू का मरीज मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज के घर और जहां मरीज काम करता है वहां पर जाकर परिवार के सभी सदस्यों को टीम हेल्थ एजुकेशन देती है। इसके साथ ही हाउस स्प्रे, एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग की जाती है। इसके साथ ही क्षेत्र में डेंगू से बचाव के लिए प्रचार प्रसार करती है। यदि टीम को ऐसा लगता है कि क्षेत्र में लोगों को बुखार आ रहा है तो वहां पर मेडिकल कैंप लगाया जाता है। इसी तरह से अब जिस क्षेत्र में भी बुखार के मरीज मिलेंगे वहां पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। यहां पर मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएंगी। यदि किसी में डेंगू के लक्षण मिलेंगे तो उसकी जांच की जाएगी।
मरीजों के घर किया गया हाउस स्प्रे
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि बुधवार धनौली निवासी छह साल के डेंगू मरीज के घर पर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एंटी लार्वा का छिड़काव कराया और परिवार को डेंगू से बचाव के टिप्स दिए। इसके साथ ही नगला धनी क्षेत्र में बुखार के अधिक मरीज मिलने पर कैंप भी लगाया गया।
करते रहें बचाव
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि अभी डेंगू से बचाव करते रहें। अपने आसपास मच्छरों को न पनपने दें। जलभराव न होने दें। अपने घर के गमलों, पॉट इत्यादि में चार दिन से ज्यादा पानी को इकट्ठा न होने दें। इसे बदल दें। बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर को दिखाएं।
डेंगू मरीज मिलने पर यह की जाती है एक्टिविटी
-मरीज के घर जाकर टीम हेल्थ एजुकेशन देती है, डेंगू से बचाव के लिए टिप्स दी जाती हैैं।
- हाउस स्प्रे, एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग की जाती है।
- क्षेत्र में डेंगू की रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार किया जाता है।
-लोगों के बीमार होने पर कैंप लगाकर स्क्रीनिंग कराई जाती है।
निजी लैब में मिलने वाले डेंगू मरीजों के घर पर भी टीम की ओर से एक्टिविटी कराई जाएगी। जिस क्षेत्र में बुखार के मरीज अधिक होंगे वहां पर मेडिकल कैंप लगाया जाएगा।
-नीरज कुमार, डीएमओ