- डीवीवीएनएल कार्यालय के समीप में पूर्व विधायकों ने भी दिया धरना, नारेबाजी
- किसानों पर कराए मुकदमे वापस लेने और उत्पीड़न बंद करने की मांग पर अड़े किसान
आगरा: बिजली विभाग आपूर्ति सुधारने के बजाय किसानों का उत्पीड़न कर रहा है। निजी नलकूपों को सात से नौ घंटा बिजली मिल रही है। घरेलू बिलों में मीटर रीडर खेल रहे हैं। किसानों के कनेक्शन काटकर उन पर मुकदमे किए गए हैं। शुक्रवार को सैकड़ों किसान और चार पूर्व विधायकों ने बिजली अधिकारियों यह आरोप लगाए।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) मुख्यालय के पास उप्र पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड के कार्यालय परिसर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। डा। धर्मपाल सिंह ने निजी नलकूपों को 20 घंटे बिजली मिलने की मांग की। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा किसानों पर किए गए मुकदमे वापस लिए जाएं। घरेलू बिलों को संशोधित कर सही बिल तैयार किए जाएं। किसानों का उत्पीड़न बंद हो। सूरजपाल सिंह ने कहा कि घरेलू और निजी नलकूपों वाले फीडरों पर बिजली शेड्यूल से हिसाब से नहीं मिल रही है। आगरा ताज ट्रिपेजियम जोन में 24 घंटा बिजली आपूर्ति करने के लिए कोर्ट के आदेश हैं। बिजली विभाग के कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं कर रहा। पूर्व विधायक कालीचरण ने कहा कि बीस सितंबर से पांच अक्टूबर तक 14 घंटा आपूर्ति की थी। इसके बाद विभाग पुराने ढर्रे पर आ गया है। अब सात से नौ घंटा बिजली मिल रही है। इस कारण किसानों की बाजरा और धान की फसल प्रभावित हुई है। किसान राम शरन ने कहा कि आलू की फसल के लिए बीस घंटा बिजली कम से कम मिले। तब किसानों का भला होगा। दोपहर बाद पांच किसानों में डीवीवीएनएल की एमडी सौम्या अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा।
ये रहे उपस्थित
प्रदर्शन स्थल पर पूर्व ब्लाक प्रमुख राजवीर सिंह, सूबेदार वर्मा, संजीव चौधरी, मनवीर सिंह, पप्पू त्यागी, शिशुपाल सिंह, केपी सिंह, लाल कुमार चौहान, पूर्व प्रधान गंगाराम, राम गोपाल राठौर, ग्राम प्रधान देव प्रकाश चौहान, अतर सिंह, मानपाल सिंह, लाखन त्यागी, सत्यवीर सिंह, प्रेमवीर सिंह, बिजेंद्र सिंह, साहूकार सिंह आदि किसान मौजूद रहे।