आगरा(ब्यूरो)। वंदे भारत आगरा कैंट स्टेशन से शाम तीन बजकर पांच मिनट पर 40 की स्पीड से निकली। इसके बाद करीब नौ मिनट में ही ट्रेन चार किमी। दूर राजा की मंडी स्टेशन पर पहुंच गई। उस वक्त ट्रेन की स्पीड 70 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। बिल्लोचपुरा स्टेशन क्रॉस करने के बाद ट्रेन 160 की स्पीड से दौडऩे लगी। कैटल रन की वजह से ट्रेन ढाई घंटे में दिल्ली पहुंची। इसके बाद वहां से वापस आगरा के लिए रवाना हो गई है।
गतिमान के बाद मिलेगी एक और ट्रेन
आगरा मंडल में अभी तक सबसे तेज गति की ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस है। इसकी अधिकतम स्पीड 200 किलोमीटर प्रति घंटा है। लेकिन यह 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से संचालित होती है। गतिमान एक्सप्रेस को लेकर भी आगराइट्स के एक्सपीरियंस काफी अच्छे हैैं। लोगों को दिल्ली अप-डाउन करने में काफी आसानी रहती है। अब आगरा में वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य आगरा-लखनऊ और आगरा-नई दिल्ली के बीच नई वंदे भारत ट्रेन चलाया जाना है।
दिल्ली-भोपाल के बीच चल सकती है ट्रेन
वंदे भारत का स्टॉप आगरा में भी हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि वंदे भारत शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिनों तक चलाई जाएगी। ट्रेन भोपाल के कमलापति स्टेशन से सुबह 5.55 बजे चलेगी। 11.40 पर आगरा कैंट स्टेशन आएगी। 1.45 बजे दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन पर पहुंचेगी। वापसी में निजामुद्दीन स्टेशन से 5.35 बजे छोड़ी जाएगी। शाम 7.20 पर आगरा कैंट स्टेशन आएगी। शताब्दी की तुलना में वंदे भारत ट्रेन एक घंटे से अधिक तेज रहेगी।
एक अप्रैल से ट्रेन चलाने की तैयारी
आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि आगरा से भोपाल के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी है। एक अप्रैल में इसका संचालन शुरू हो जाएगा। इसके लिए वंदे भारत का देश में दो रूट पर ट्रायल रन हो चुका है। मंगलवार को तीसरा ट्रायल रन आगरा कैंट स्टेशन से निजामुद्दीन स्टेशन के बीच किया गया। उन्होंने बताया कि आगरा-दिल्ली ट्रैक 160 किमी स्पीड के लिए तैयार है। ऐसे में यहां पर ट्रायल कर ट्रेन की फिजीबिलिटी परखी जा रही है।
पानी भी नहीं हिलेगा
वंदे भारत आधुनिक खूबियों से लैस है। ट्रेन में 16 कोच हैं, जिनमें 14 एसी चेयर और दो एग्जीक्यूटिव कोच हैं। सभी कोच सीसीटीवी से लैैस हैैं। ट्रेन का डिजाइन इस तरह से बनाया गया है कि इसमें झटके महसूस नहीं होंगे। सुपीरियर राइड क्वॉलिटी होने से चलती ट्रेन में पानी का गिलास तक नहीं छलकेगा। वहीं इसमें ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन युक्त है। यानि ट्रेन में अलग से इंजन नहीं लगाना पड़ेगा। ट्रेन में आगे और पीछे दोनों ओर लोको पायटल केबिन बने हुए हैैं।
ये हैं वंदे भारत एक्सप्रेस की खूबियां
इंजन- ट्रेन में अलग से इंजन लगाने की आवश्यकता नहीं है। इसमें ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन लगा हुआ है।
जीपीएस- ग्लोबल पॉजीशनिंग सिस्टम लगा है।
सीसीटीवी- सिक्योरिटी के लिहाज से सीसीटीवी लगे हुए हैैं।
वैक्यूम बेस्ट बायो टॉयलेट- वंदे भारत के कोच में फ्लाइट की तरह वैक्यूम बेस्ड बायो टॉयलेट हैैं। यह ज्यादा देर तक क्लीन रहेंगे।
-इमरजेंसी पुश बटन- कोच में यात्रियों के लिए इमरजेंसी पुश बटन लगा हुआ है। आपात स्थिति में इसे दबाकर लोको पायलट को सूचना दे सकेंगे।
-यूरोपियन स्टाइल चेयर- ट्रेन के एग्जीक्यूटिव क्लास की चेयर यूरोपियन स्टाइल की तरह डिजाइन हैैं। यह अधिक कंफर्टेबल हैैं।
-स्मार्ट लगेज रेक- ट्रेन में स्मार्ट लगेज रेक हैैं। इसमें एलईडी डिफ्यूज लाइट्स लगी हैं, जो अक्सर विमानों में लगी होती हैं।
100 परसेंट इंडियन टेक्निक से बनी है वंदे भारत
160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी ट्रेन
200 किमी प्रतिघंटा तक बढ़ा सकते हैैं स्पीड
52 सेकंड में पकड़ सकती है 100 की स्पीड
वंदे भारत का आगरा कैंट से दिल्ली रूट पर ट्रायल किया गया। भविष्य में वंदे भारत को इस रूट पर चलाए जाने की संभावना है। यह ट्रैक इसके लिए सक्षम है।
- प्रशस्ति श्रीवास्तव, पीआरओ, एनसीआर
आगरावासियों के लिए यह खुशी की बात है कि वंदे भारत ट्रेन आगरा से चलेगी। हमें भोपाल या दिल्ली जाने में आसानी होगी। दिल्ली जाने में और कम समय लगेगा।
- किशन कुमार, पब्लिक
कभी-कभी हमें सुबह दिल्ली जाकर शाम को वापस आगरा आना होता है। अभी तक हमारे पास गतिमान का ही ऑप्शन था। अब वंदे भारत जैसी ट्रेन से आगराइट्स के लिए काफी सहूलियत बढ़ेगी।
- दीपक सरीन, पब्लिक