आगरा(ब्यूरो)। बीते माह वैक्सीन न लगवाने वाले तीन बच्चों की डिप्थीरिया के कारण मौत होने पर यह ओरिएंटेशन बैठक आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी ए। मनिकंडन ने की। यूनिसेफ के माध्यम से धर्मगुरुओं व समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों को जागरुक किया गया, जिससे बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान में गति लागई जा सके।

सभी करें सहयोग
सीडीओ ने आईएमए, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, एनएसएस के स्वयंसेवकों व धर्मगुरुओं से अपील करते हुए कहा कि नियमित वैक्सीनेशन को शत-प्रतिशत उपलब्धि के लिए जिम्मेदारी लेते हुए अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरुक करें। आप इसमें सहयोग करके जानलेवा बीमारियों से होने वाली मृत्यु को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी की सहभागिता से ही यह अभियान सफल हो पाएगा। सीएमओ ने कहा कि कई लोग वैक्सीन लगवाने के प्रति उदासीनता दिखाते हैैं। उनके मन में वैक्सीनेशन को लेकर भ्रांतियां होती है। हम ऐसे लोगों को चिन्हित कर समुदाय मीटिंग कराते हैैं। अब इसे और ज्यादा तेजी से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियमित वैक्सीनेशन के प्रति उदासीन परिवारों को जागरुक कर शत-प्रतिशत लाभ जन समुदाय को दिलाना ही हमारी प्राथमिकता है.यूनिसेफ से अमृतांशु और राहुल ने बैठक में आगरा में वैक्सीनेशन की स्थिति को दर्शाया। उन्होंने लोगों को जागरूक करने की दिशा में कार्य करने पर बल दिया।

करें जागरुक
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। संजीव वर्मन (डीआईओ) ने बताया कि नियमित वैक्सीनेशन कार्यक्रम के अंतर्गत वैक्सीन से वंचित वैब (वैक्सीन अवॉइडेंस बिहैवियर) झिझक /उदासीन परिवारों को मोबिलाइज कर वैक्सीनेशन कराने के लिए ब्लॉक स्तर पर धर्मगुरुओं व प्रभावशाली व्यक्तियों का हमें सहयोग प्राप्त होता रहता है। इसके लिए उन्हें कार्यक्रम में प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉ। अग्रवाल और इंडियन पीडियाट्रिक एकेडमी के डॉ। पीयूष ने समय समय पर वैक्सीनेशन कैंप लगाकर जागरूक करने पर बल दिया।


नियमित वैक्सीनेशन के जरिए जीरो से पांच साल तक के बच्चों को वैक्सीन लगाई जाती हैैं। कई उदासीन लोग इसे लगवाने से बचते हैैं। इसका परिणाम बच्चों को भुगतना पड़ता है। ऐसे ही लोगों को जागरुक करने के लिए समुदाय के प्रभावशाली व्यक्तियों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित हुआ। इसमें उनसे सहयोग की अपील की गई।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ