आगरा। यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संज्ञान लिया गया है। इससे अधिकारियों का आवागमन, यूनिवर्सिटी अधिकारियों से भी बात की जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एसटीएफ यूनिवर्सिटी में चल रहे हर तरह के भ्रष्टाचार को खत्म करने की तैयारी कर रही है। इसमें से कुछ छात्र नेता सिकंदरा तो कुछ लोहामंडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक्टिव हैं।
एसटीएफ बनाएगी कैंप ऑफिस
डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में एसटीएफ अपना कैंप ऑफिस बनाने जा रही है। इस संबंध में बुधवार को ही पब्लिक से सूचनाएं प्राप्त करने को वॉयस लॉगर से युक्त टेलीफोन नंबर और ई मेल आईडी जारी की जाएगी। इससे जांच टीम को आसानी रहेगी, वहीं पूर्व में भी पेंडिंग जांच को भी रुटीन में लाया जाएगा, इससे ऐसे कर्मचारी जो लखनऊ की दौड़ लगाते थे, उनसे टीम आसानी से पूछताछ कर सकती है।
इस तरह पकड़ा फर्जीवाड़ा
बीएएमएस परीक्षा में कॅापी बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने टेंपो चालक देवेंद्र और डॉ। अतुल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामला संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूनिवर्सिटी में व्याप्त गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की जांच एसटीएफ को दी है। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे एएसपी एसटीएफ राकेश कुमार एक दिन पहले आगरा आए थे। उन्होंने यूनिवर्सिटी जाकर मामले की जानकारी की।
बाहर से आएंगे एक्सपर्ट विवेचक
एएसपी एसटीएफ राकेश कुमार ने बताया कि जल्द ही यूनिवर्सिटी में एसटीएफ अपना कैंप ऑफिस खोलेंगी। यह एसटीएफ के कब्जे में रहेगा। वहां आगरा यूनिट के अलावा बाहर से कुछ एक्सपर्ट विवेचकों को बैठाया जाएगा। कैंप ऑफिस इस उद्देश्य से खोला जा रहा है, ताकि यूनिवर्सिटी के किसी कर्मचारी को कोई साक्ष्य या जानकारी देनी हो तो वह आसानी से उन्हें दे सकंे।
सूचना के साथ हर कॉल होगी रिकॉर्ड
एसटीएफ यूनिवर्सिटी की बीएएएमएस परीक्षा की ही नहीं हर मामले की जांच करेगी। बीएड फर्जीवाड़े से लेकर चार्ट में गड़बड़ी व अन्य हर प्रकार की गड़बड़ी की जांच की जाएगी। जल्द ही सूचनाएं प्राप्त करने के लिए एक टेलीफोन नंबर जारी किया जाएगा। इसमें हर कॉल ऑटोमेटिक रिकॉर्ड होगी, इससे कोई भी उच्च अधिकारी उसे सुन सके। कॉल करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। न तो उससे नाम पूछा जाएगा और न ही उसे बताने की आवश्यकता है। इस नंबर पर यूनिवर्सिटी की हर तरह की गड़बड़ी की शिकायत की जा सकती है।
हर प्रकार की जांच करेगी एसटीएफ
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि कॉपी बदलने के मामले में हरीपर्वत थाने में दर्ज दो मुकदमों की विवेचना पुलिस की एसआईटी ही करती रहेगी। एसटीएफ की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनकी गिरफ्तारी कर हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके बाद उस मुकदमे की विवेचना भी पुलिस टीम ही करेगी। एसटीएफ यूनिवर्सिटी की हर प्रकार की जांच करेगी।
कॉपी बदलने के मामले में टीम अपनी जांच कर रही है, उनका पूरा सहयोग किया जाएगा। आवश्यकता पडऩे पर रिकॉर्ड भी मुहैया कराया जाएगा।
- प्रो। प्रदीप श्रीधर, जनसंपर्क अधिकारी यूनिवर्सिटी