आगरा(ब्यूरो)। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी डाकघर की स्टॉल पर पहुंचीं। यहां उन्होंने यूकेजी की स्टूडेंट सात वर्ष की काव्या को दुलार किया, पूछा- वाटस योर नेम। पूरे आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया- माई नेम इज काव्या। काव्या के बगल में ही उसकी छोटी बहन साढ़े तीन वर्ष की अनिका थी। मंत्री ने उसे भी दुलार किया। पिता वीरेंद्र निवासी धांधुपुरा ने बताया कि दो बेटियां हैं। इन दोनों बेटियों के सपने पूरे करने हैं, इसलिए खाता खुलवाया है। काव्या पायलट और अनिका डॉक्टर बनना चाहती है। केंद्रीय मंत्री ने दोनों बहनों के साथ अनन्या पुत्री अजय ङ्क्षसह व इशिका पुत्री राकेश को भी पासबुक दी। डाकपाल सौम्या से योजना के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उप महानिदेशक अमरप्रीत दुग्गल, सहायक महानिदेशक अपराजिता मिर्धा, पोस्ट मास्टर जनरल पीएमजी राजीव उमराव, प्रवर अधीक्षक आनंद ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।
आज भी खुलेंगे खाते
प्रधान डाकघर परिसर में शनिवार को सुकन्या समृद्धि योजना 47 बालिकाओं के खाते खोले गए। सहायक निदेशक धर्मेश गगनेजा ने बताया कि रविवार को भी प्रतापपुरा स्थित डाकघर में खाते खुलवा सकते हैं।