नहीं है ग्राउंड
शहर में स्पोट्र्स का सबसे बड़ा सेंटर एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम है। लेकिन यहां ग्राउंड की कमी है। सिर्फ एक ग्राउंड है। वह मल्टीपर्पज है। डीसीएए के सचिव प्रकाश कौशल ने बताया कि स्टेडियम की फील्ड खराब है। ये मल्टीपर्पज ग्राउंड है। इसके चलते यहां क्रिकेट के ट्रॉयल नहीं हो पाते हैं। शहर के प्राइवेट अकादमी और ग्राउंड पर क्रिकेट के ट्रॉयल कराने पड़ते हैं। अगर यूपीसीए से कोई टूर्नामेंट कराने के निर्देश आते हैं तो वह भी प्राइवेट ग्राउंड और अकादमी में ही कराने पड़ते हैं।

दूसरे प्रदेशों से खेलने को मजबूर
डीसीएए के पूर्व संयुक्त सचिव तपेश शर्मा ने बताया कि आज शहर के क्रिकेटर को सुविधाओं के अभाव में पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जो क्रिकेटर शहर का नाम रौशन कर सकते हैं, वह दूसरे प्रदेशों से खेलने को मजबूर हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह क्रिकेटर के लिए प्रॉपर ग्राउंड न होना है। स्टेडियम में जो ग्राउंड है, वह मल्टीपर्पज है। क्रिकेट एसोसिएशन को चाहिए कि शहर में रणजी और बोर्ड ट्रॉफी के मैच कराए। इसके साथ ही यहां अंडर 16, 19, 22 के ट्रायल के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए, बल्कि टैलेंट सर्च के लिए प्रॉपर रिकॉर्ड मेनटेन होना चाहिए। खिलाडिय़ों का पूरा रिकॉर्ड यूपीसीए को जाना चाहिए। जिससे टैलेंटेड खिलाडिय़ों को सही प्लेटफॉर्म मिल सके।

बॉक्स
बीसीसीआई के स्टेडियम का सपना भी अधर में
गत वर्ष लखनऊ में हुए सेमिनार में डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन, आगरा के पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए थे। शहर में स्टेडियम के निर्माण को 40 एकड़ जमीन की तलाश कर यूपीसीए को अवगत कराना था। बीसीसीआई की उप्र के आगरा, लखनऊ, वाराणसी एवं अन्य शहरों में स्टेडियम बनाने की योजना है। सचिव प्रकाश कौशल ने बताया कि सेमिनार में जमीन ढूंढऩे के लिए कहा गया था। शहर में कई जगह जमीन तलाशी गई। लेकिन यूपीसीए की ओर से इस संबंध में कुछ भी लिखित में नहीं दिया गया। इसके चलते ये प्रक्रिया अब तक आगे नहीं बढ़ सकी है।


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शहर में क्रिकेटर के लिए सुविधाएं बढऩी चाहिए। स्टेडियम में तो कुछ समय पहले तक क्रिकेट कोच भी नहीं थे। ऐसे में खिलाड़ी वहां किस तरह प्रैक्टिस कर पाते।
अनिकेत

शहर में इंटरनेशनल स्टेडियम बनना चाहिए। इससे क्रिकेटर और अन्य गेम के खिलाडिय़ों को भी फायदा होगा। उन्हें अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलेगा।
अमन

डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन को शहर में टूर्नामेंट का आयोजन कराना चाहिए। एसोसिएशन की ओर से शहर में कोई टूर्नामेंट नहीं कराया जाता है।
सौरभ

क्रिकेटर के लिए सबसे जरूरी है मैच। अगर शहर में मैच होंगे तो क्रिकेटर को अपना टैलेंट दिखाने का अवसर मिलेगा। इसके लिए मैच कराने की ओर ध्यान देना चाहिए।
आकाश


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गत वर्ष में लखनऊ में आयोजित सेमिनार में आगरा समेत प्रदेश के कुछ अन्य शहरों में स्टेडियम बनाने के लिए जमीन तलाशने को कहा गया था। जमीन तलाशी भी गई। लेकिन यूपीसीए और बीसीसीआई की ओर से कुछ भी लिखित में नहीं दिया गया। इसके चलते ये प्रक्रिया अब तक आगे नहीं बढ़ सकी है। शहर को एक इंटरनेशनल लेवल के स्टेडियम की तत्काल जरूरत है।
प्रकाश कौशल, सचिव, डीसीएए


शहर के क्रिकेटर में टैलेंट की कमी नहीं है। उन्हें सुविधाएं मिलें। इंटरनेशनल लेवल का स्टेडियम बने। जिससे यहां रणजी और बोर्ड ट्रॉफी मैच हो सकें। यहां के खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। ये शहर का दुर्भाग्य है कि एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम होने के बाद भी यहां के खिलाडिय़ों को बेसिक सुविधाओं से जूझना पड़ता है। शहर को एक और स्टेडियम की जरूरत है।
तपेश शर्मा, संयुक्त सचिव, डीसीएए