आगरा। टीपी नगर, एडीए की व्यावसायिक योजना है। इसका विकास वर्ष 1997 में हुआ था। 2005 में एडीए ने इसे नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया। एक से छह सेक्टरों में 40 वर्ग मीटर से 500 वर्ग मीटर तक के भूखंड हैं। 2018 में एडीए ने टीपी नगर का सर्वे कराया था। डेढ़ माह पूर्व नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने निरीक्षण कर विकास का प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए थे.अपर नगरायुक्त सुरेंद्र यादव ने बताया कि दो से तीन दिनों में टीपी नगर की रोड और फुटपाथ को कब्जा मुक्त कराया जाएगा। नालों की सफाई कराई जाएगी। मई से विकास कार्य शुरू होंगे। 74 करोड़ रुपए की लागत से विकास कराया जाएगा।
100 भूखंड स्वामियों पर लटक रही तलवार
टीपी नगर के 100 भूखंड स्वामियों पर तलवार लटक रही है। दस से बीस साल पूर्व स्वामियों को भूखंड का आवंटन हुआ था। नियमानुसार टीपी नगर में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय किया जा सकता है, लेकिन भूखंड स्वामियों ने होटल से ढाबा तक खोल लिए हैं। आवासीय रूप में भी इनका प्रयोग किया जा रहा है। एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया के आदेश पर ऐसे भू स्वामियों को चिह्नित किया जा रहा है।
ये कार्य होंगे
- रोड और नाली का निर्माण
- सीवर लाइन को कनेक्ट करना
- पार्कों की बदहाली को दूर करना
- नालों की सफाई
- खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट को बदलना
- जल निकासी के लिए नाला का निर्माण
जीवनी मंडी रोड से शिफ्ट होंगी इकाइयां
जीवनी मंडी रोड और उसके आसपास के क्षेत्र में 100 ट्रांसपोर्ट इकाइयां हैं। इनके आसपास गोदाम भी हैं। ऐसी सभी इकाइयों को जल्द टीपी नगर में शिफ्ट कराया जाएगा।
74 करोड़ रुपए से नगर निगम प्रशासन टीपी नगर का विकास कराएगा। इसका प्रस्ताव तैयार हो गया है। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरु होगी।
निखिल टीकाराम, नगरायुक्त