पैसेंजर्स की रहती है भीड़
छह सेक्टर में डेवलप ट्रांसपोर्ट नगर में सिर्फ एक टॉयलेट है। वह भी सेक्टर तीन में बना हुआ है। कुछ वर्ष पहले ही इसको रेनोवेट कराया गया है। इसके अलावा आईएसबीटी पर एक कम्युनिटी टॉयलेट है। लेकिन यहां दिनभर आईएसबीटी आने वाले पैसेंजर्स की भीड़ रहती है। क्षेत्रीय कारोबारियों ने बताया कि कम्युनिटी टॉयलेट की प्रॉपर व्यवस्था नहीं होने के चलते लोग खुले में टॉयलेट करने को मजबूर होते हैं। जिस तरह से टीपी नगर में रोज लोगों का आवागमन होता, उसके अनुसार हर सेक्टर में एक टॉयलेट का निर्माण होना चाहिए।
इस तरह अस्तित्व में आया टीपी नगर
ट्रांसपोर्ट चैंबर के अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि वर्ष 1976 में ट्रांसपोर्ट नगर को शिफ्ट करने की शुरूआत हुई। हाईवे स्थित टीपी नगर में ट्रांसपोर्टर को प्लॉट दिए गए। उस दौरान करीब 250 ट्रांसपोर्टर ने प्लॉट बुक कराए। जिन ट्रांसपोर्टर्स ने टीपी नगर में शुरूआत में प्लॉट खरीदे, उनमें से भी सिर्फ 70 परसेंट ने प्लॉट पर निर्माण कराया। 30 परसेंट ने ट्रांसपोर्ट कंपनियां खोली। अधिकतर प्लॉट खाली पड़े हैं या फिर उन पर और कोई व्यापार किया जा रहा है।
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कारोबारियों की मांगें
- सड़क का निर्माण कराया जाए
- पार्किंग स्थल की मरम्मत हो
- पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाए
- टॉयलेट की प्रॉपर व्यवस्था हो
- पार्क डेवलप किया जाए
- ड्रेनेज सिस्टम ठीक किया जाए
- डेली कूड़ा कलेक्शन किया जाए
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टीपी नगर छह सेक्टरों में बंटा हुआ है। रोज हजारों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है। बावजूद इसके सिर्फ एक कम्युनिटी टॉयलेट है। एक अन्य कम्युनिटी टॉयलेट आईएसबीटी के पास बना हुआ है, लेकिन यहां पैसेंजर्स की भीड़ अधिक रहती है। भीड़ को देखते हुए हर सेक्टर में एक कम्युनिटी टॉयलेट का निर्माण कराया जाना चाहिए।
वीरेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट चैंबर एसोसिएशन
टीपी नगर में कई तरह की अव्यवस्थाएं हैं। सड़क से लेकर कम्युनिटी टॉयलेट तक की प्रॉब्लम है। लेकिन विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अशोक बंसल, कारोबारी
स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हैं। सड़क नदारद है। कम्युनिटी टॉयलेट की प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। इसक चलते टीपी नगर आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
केवल किशन कोहली, कारोबारी