आगरा(ब्यूरो)। अगर इन सभी को एक ही स्थान पर शिफ्ट किया जाए तो इससे यहां टीपी नगर की बदहाल सूरत बदल सकती है साथ ही शहर में धुआं छोड़ते हुए गुजरने वाले भारी वाहनों पर भी अंकुश लग सकेगा।

शिफ्ट न हो सका ट्रांसपोर्ट का कारोबार
शहर में टीपी नगर के अलावा आज विभिन्न स्थानों पर ट्रांसपोर्ट व्यापार फैला हुआ है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह माल ढुलाई में आने वाला खर्चा भी है। शहर के पुराने बाजारों से टीपी नगर की दूरी अधिक है। जबकि यमुना किनारे से पुराने बाजार नजदीक हैं। इसके चलते ट्रांसपोर्टर कारोबार आज भी यहां से शिफ्ट नहीं हो सका है। टीपी नगर से ट्रांसपोर्ट कारोबार से दूरी बनाए हुए हैं।


यहां अब भी संचालित ट्रांसपोर्ट कंपनी

- जीवनी मंडी
- सक्सेरिया रोड
- दरेसी-2,3
- फ्री गंज
- जाटनी का बाग
- नहराइच, हाथरस रोड
- शाहदरा, कानपुर रोड
- सेवला, ग्वालियर रोड
- गुरुद्वारा गुरु का ताल के सामने, हाईवे पर

टीपी नगर पर नजर
स्थापना::वर्ष 1976
नगर निगम::1988-90 में किया ट्रांसफर
सेक्टर:::6
ट्रांसपोर्टर्स के प्लॉट::250
ऑटोमोबाइल पाट्र्स शॉप::500-600
टायर शॉप (नए):::15-20
टायर शॉप (पुराने)::50-60

ट्रांसपोर्ट कंपनियों को एक ही स्थान पर शिफ्ट किया जाना चाहिए। इससे शहर के साथ कारोबारियों को भी राहत मिलेगी। ट्रांसपोर्ट का कारोबार रफ्तार पकड़ेगा।
वीरेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट चैंबर एसोसिएशन

टीपी नगर में अव्यवस्थाओं का अंबार है। सभी ट्रांसपोर्टर्स को एक ही जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए।
गिरीश अग्रवाल