आगरा(ब्यूरो)। आगरा-मथुरा सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड टूरिस्ट्स की सुविधा के लिए पांच एसी इलेक्ट्रिक होप ऑन होप ऑफ बसें तैयार कराई गई हैं। इन टूरिस्ट फ्रेंडली बस में 28 यात्री सफर कर सकते हैं। पहले दिन यात्रा करने वालों को 20 प्रतिशत छूट दी जाएगी। आगरा कैंट स्टेशन से पहले बस सुबह 8 बजे से मिलेगी। 20 मिनट तक आगरा कैंट स्टेशन पर रहेगी।
इस तरह रहेगा बस का टाइम टेबिल
यहां से सुबह 8.20 बजे शिल्पग्राम पार्किंग के लिए बस रवाना होगी, यहां एक घंटा बस रुकेगी। इस दौरान पर्यटक ताजमहल का दीदार कर सकेंगे। यहां से बस आगरा किला जाएगी। करीब एक घंटा 15 मिनट बस रुकेगी। पर्यटक आगरा किला देख सकेंगे। दोपहर 12 बजे बस एत्मादउद्दौला स्मारक पर पहुंचेगी। 45 मिनट रुकने के बाद यहां 45 मिनट का लंच भी होगा। दोपहर 1.30 बजे बस अकबर टॉम्ब (सिकंदरा) होते हुए 4.15 बजे फतेहपुर सीकरी के लिए रवाना होगी। यहां पर करीब एक घंटा रुकने के बाद 6.45 बजे बस आगरा कैंट रेलवे स्टेशन वापस पहुंचेगी।
होप ऑन होप ऑफ बसों का रूट
रूट वन: आगरा कैंट से शिल्पग्राम, आगरा फोर्ट, एत्माद्दौला, सिकंदरा, गुरु का ताल, आईएसबीटी, आगरा कैंट होगा।
रूट टू: आगरा कैंट, शिल्पग्राम, आगरा फोर्ट, एत्माद्दौला, गुरु का ताल, सिकंदरा से फतेहपुर सीकरी तक रहेगा।
बस में सुविधाएं
- एसी इलेक्ट्रिक बस
- ऑटोमेटिक गेट
- जीपीएस से लेस पांच कैमरे
- चलो एप पर लाइव ट्रैङ्क्षकग
- ई-टिकङ्क्षटग
- गाइड
- रूट चार्ट
- डिस्प्ले बोर्ड।
विशेष रूप से की गई डिजाइन
इन बसों को पर्यटकों के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है। टूरिस्ट फ्र ंडली बसों की सीटें भी ऊंची है, जहां पर बैठकर पर्यटक स्मारक सहित शहर के अन्य नजारों को भी आराम से निहार सकता है। सुरक्षा के लिहाज से बसों को सीसीटीवी कैमरे से लेस किया गया है। इमरजेंसी स्थिति से निपटने के लिए बसों में दो पैनिक बटन भी लगाए गए हैं। वहीं पूरी बस को ताजमहल सहित आगरा के अन्य स्मारकों की तस्वीरों से सजाया गया है। बस के अंदर भी आगरा के सभी स्मारकों की पूरी जानकारी और समय सारणी लगाई गई है। जो बस में सफर कर रहे टूरिस्ट्स को फील गुड का एहसास कराएगी।
टूरिस्ट्स के लिए पहल अच्छी है। इससे शहर में आने वाले टूरिस्ट्स को घूमने के लिए सहूलियत होगी। लेकिन देखना होगा कि इस सर्विस को टूरिस्ट्स कितना पसंद करते हैं।
राकेश चौहान, अध्यक्ष, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशसन
टूरिस्ट्स के लिए इस तरह की बस फैसिलिटी की बहुत दिनों से दरकार थी। इस कदम से कहीं न कहीं लपकों पर भी अंकुश लगेगा।
दीपक दक्ष
बस का जो रूट निर्धारित है, वहां जाम की स्थिति न बने, इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। अगर टूरिस्ट्स जाम में फंसेंगे तो अच्छा संदेश नहीं जाएगा।
ब्रजेश शर्मा