आगरा। आज हर जगह अक्षय तृतीया धूमधाम से मनाई जाएगी। लक्ष्मी दिवस, अन्नापूर्णा दिवस आदि रूपों में जानने वाले इस दिवस पर कोई भी कार्य बिना मुहूर्त के किया जा सकता है। इस दिन किए हुए कार्य अक्षय होकर हमें जन्मजन्मांतर तक शुभ फल देते है। आधुनिक वास्तु एस्ट्रो विशेषज्ञ दीप्ति जैन ने बताया कि इस दिन विधिवत रूप से पूजा करने पर पुण्य की प्राप्ति होती है। हर वर्ग के लिए पूजा-अर्चना का तरीका भी अलग है। सुबह स्नान आदि कर भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख व समृद्धि आती है। भगवान को लाल कपड़ा बिछाकर ऊंचे स्थान पर बिठाने से शुक्र ग्रह शोधित कर हमें ऐश्वर्य प्रदान करते हैं। साथ ही इस दिन स्फटिक की माला मां लक्ष्मी के समक्ष रख धारणा करने से शुभ फल मिलता है व आय में वृद्धि होती है।
छात्र करें सरस्वती की विशेष पूजा
एस्ट्रो दीप्ति जैन ने बताया कि विद्यार्थियों को अपने पढ़ाई में प्रगति के लिए इस दिन विशेष पूजा करनी चाहिए। जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नही लगता है, वह अपने कमरे में पश्चिम की दिशा में मोर पंख लगाए। इससे एकाग्रता में वृद्धि होगी। मन का भटकाव कम होगा। साथ ही अपने कमरे में मां सरस्वती की मृर्ति स्थापित कर धूप जलाकर मोगरे की माला पहनाने से आलस्य जाता है। व्यक्ति कर्मठ बनता है। हर कार्य में सफलता मिलती है।
गोमती चक्र चढ़ाने से मिलेगा शुभ समाचार
व्यापारी एवं कामकाजी व्यक्ति अपने कार्य क्षेत्र एवं ऑफिस की चौखट पर एक गोमती चक्र का जोड़ा टांगें। इससे आय में वृद्धि होगी। जो व्यक्ति प्रमोशन की आस लगाए हुए हैं, वह आज के दिन शिव मंदिर में गोमती चक्र चढ़ा सकते है। शुभ समाचार मिलेंगे।
शंख बजाने से होगा रोगों का नाश
बीमार व्यक्ति अक्षय तृतीया के खास मौके पर विष्णु का प्रिय शंख घर पर लाएं। स्नान के बाद शंख को बजाएं। इससे शारीरिक बल पर रोग से मुक्ति मिलती है। मानसिक रोगी चांदी की जंजीर खरीद कर आज के दिन धारण कर सकते है।
नि:संतान दंपत्ति करें कपड़ो का दान
अक्षय तृतीया पर नि:संतान दंपत्ति अनाथालय में कपड़ो का दान करें। यथासंभव पंखा, कूलर, एसी लगवाएं। शुभ आशीष प्राप्त होता है। साथ ही आज के दिन वृद्ध आश्रम में भोजन कराकर सत्तू का वितरण कराएं। इससे पितृ दोष दूर होते हैं। जीवन में आ रही बाधाओं से निजात मिलती है।