आगरा(ब्यूरो)। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें मजबूरी में अपने मकान बेचकर यहां से जाना होगा क्योंकि यहां किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं हो रहा। वहीं ग्रामीण महिला रितु ने बताया है कि उन्होंने शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते अपने मकान पर मकान बिकाऊ लिखवा रखा है क्योंकि यहां किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं हो रहा और उनके मकान में दरारें आ गई हैं,

बारिश के बाद बदत्तर हो जाती हैं स्थितियां

मेहनत मजदूरी करके उन्होंने अपने मकान को बड़ी मुश्किल से बनवाया है अब उन्हें गिरने का डर सता रहा है। अगर मेरा मकान गिरता है उसका जिम्मेदार शासन प्रशासन होगा। इसी तरह रविता ने बताया है कि उनके मकान में भी दरारें आ गई है और मजबूरी में उन्हें यह मकान बेचना पड़ेगा। कुछ समय पहले उनकी मां बरसात में गिरकर घायल हो गई थी काफी इलाज करने के बावजूद भी उनकी मौत हो गई। ग्रामीण महिला गोलू देवी का कहना है कि इस गली में पिछले 15 वर्ष से आज तक विकास नहीं हुआ। ग्रामीण महिला अनीता का कहना है कि यहां गंदगी का अंबार है। इस कारण मच्छर पनपते हैं, कुछ समय पहले उनके बच्चों को डेंगू भी हो गया था लेकिन शासन-प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा लगातार बीमारी फैलने का खतरा सता रहा है।

गांव में विकास कार्य कराए जा रहे हैं और जल्द ही शेष का कार्य होंगे। - मीरा देवी, ग्राम प्रधान
कुछ काम प्रस्तावित हंै और जो अब तक प्रस्तावित काम थे उन्हें भी कराया जा रहा है। - उदय भदोरिया, ग्राम पंचायत अधिकारी