आगरा(ब्यूरो)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उल्टी दस्त के साथ ही डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की 18 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर दस्तक देंगी। बीमारी फैलने पर डॉक्टरों की टीम भेजी जाएगी। सीएमओ ने बताया कि डेंगू, मलेरिया समेत संचारी रोगों की रोकथाम के लिए 17 जुलाई से दस्तक अभियान शुरू किया गया है। एएनएम, आशा कार्यकर्ता घर -घर जाकर संचारी रोगों से बचाव के लिए जागरूक कर रही हैं। 18 टीमों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाया गया है। ये टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी फैलने पर सूचना देंगी, डॉक्टर्स की टीम को भेजा जाएगा। इसके साथ ही बाढ़ चौकियों पर भी डॉक्टर्स की टीम तैनात की गई हैं।

बढ़ जाते हैैं मच्छर
डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि बारिश के मौसम में मच्छर पनपने लगते हैैं। यह मौसम मच्छरों के लिए अनुकूल हो जाता है। लेकिन बाढ़ आने के बाद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गंदगी बढ़ जाती है। कही-कहीं जलभराव भी हो जाता है। कई घरों में भी पानी भर गया है। ऐसे में मच्छर पनपने का और ज्यादा खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अभी से लोगों को मच्छरों से बचाव की तैयारी करनी होगी। इसके लिए अभी से अपने घरों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। यदि साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखेंगे तो मच्छजनित बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया तेजी से बढ़ सकते हैैं। उन्होंने बताया कि इस मौसम में मलेरिया, डेंगू के साथ-साथ हेपिटाइटिस-ए, टाइफायड, पेचिस और वायरल बुखार होने का भी खतरा रहता है।

यह हैैं लक्षण
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि बुखार दो-तीन दिन में सही नहीं हो और इसके साथ शरीर पर दाने निकलने लगे, और शरीर में दर्द हो तो ये डेंगू व मलेरिया के लक्षण हैं। पेट में दर्द और उल्टी टाइफायड के लक्षण हैं। हेपिटाइटिस-ए में पीलिया व खुजली होती है। दस्त और पेचिस में उल्टी लक्षण हैं। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें।

ऐसे करें बचाव
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि पानी को उबाल कर ठंडा करके पीएं। मच्छरदानी का प्रयोग करें। खिड़कियों में जालियां लगाएं। शरीर को पूरे ढकने वाले कपड़े पहने। गंदे पानी से बचें। घरों में जलभराव न होने दें।


बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उल्टी दस्त के साथ ही डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की 18 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घर घर जाकर दस्तक देंगी।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

बाढ़ के कारण जलभराव हो जाता है और गंदगी बढऩे से मच्छरों को बढ़ावा मिलता है। इससे डेंगू मलेरिया सहित अन्य संचारी रोगों के बढऩे का खतरा है। इसलिए साफ-सफाई का ध्यान रखें और सतर्क रहें।
- डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, एसएन मेडिकल कॉलेज


ऐसे करें बचाव
अपने आसपास मच्छरों को न पनपने दें
दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें
अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इक_ा न होने दें
पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें
हल्के रंग के और पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें
घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें
कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं
गड्डों में जहां पानी इक_ा हो, उसे मिट्टी से भर दें
संक्रामक रोगों से बचाव के अन्य उपाय
नालियों में जलभराव रोकें तथा नियमित सफाई करें
जानवर बाड़े घर से दूर रखें
जंगली झाडिय़ों को नियमित साफ करें
पीने के लिए इंडिया मार्का-2 के पानी का ही प्रयोग करें
खाने से पहले साबुन से हाथ धोयें
खुलें में शौच न करें, शौचालय का प्रयोग करें
कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखें
बच्चों को जेई के दोनों टीके लगवाएं
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बुखार होने पर क्या करें
बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं
सामान्य पानी की पट्टी सिर, हाथ-पांव एवं पेट पर रखें
बुखार के समय पानी एवं अन्य तरल पदार्थों जैसे नारियल पानी, शिकंजी, ताजे फलों का रस इत्यादि का अधिक सेवन करें