-टिकट बुक करते समय पूछी जा रही आईडी
-एक आईडी पर बुक हो सकेंगी पांच टिकटें
आगरा: ताजमहल की टिकट अब लपके ब्लैक नहीं कर सकेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने टिकट बुक करते समय पर्यटक की आइडी पूछना शुरू कर दी है। एक आइडी पर अधिकतम पांच टिकटें बुक हो सकेंगी। ताजमहल के प्रवेश द्वार पर टिकट का पर्यटक की आइडी से मिलान किया जा सकेगा। इससे पर्यटकों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
कोरोना काल में 188 दिनों की बंदी के बाद ताजमहल 21 सितंबर को पर्यटकों के लिए खोला गया था। एएसआइ ने टिकट काउंटर बंद कर रखे हैं और केवल आनलाइन टिकट बु¨कग हो रही है। एएसआइ की वेबसाइट की खामी का फायदा उठाकर लपके बड़ी संख्या में टिकट बुक कर उसकी अवैध बिक्री कर रहे थे। इससे ताजमहल पहुंचकर टिकट बुक करने का प्रयास करने वाले पर्यटकों को मायूसी मिल रही थी। प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटकों को लौटना पड़ रहा था। एएसआइ के आगरा सर्किल ने दिल्ली मुख्यालय को टिकट पर पर्यटक का नाम अंकित करने, एक आइडी पर अधिकतम पांच टिकटें बुक करने और कै¨पग बढ़ाने के सुझाव भेजे थे। शनिवार से आनलाइन टिकट बु¨कग करते समय पर्यटक की आइडी के बारे में एएसआइ ने डिटेल लेना शुरू कर दी। टिकट पर बु¨कग कराने वाले पर्यटक का नाम भी अंकित किया जा रहा है। एएसआइ द्वारा ताजमहल के प्रवेश द्वार पर टिकट का मिलान आइडी से किया जा सकेगा। इससे लपकों द्वारा की जा रही टिकटों की बु¨कग पर लगाम लगेगी। वो 45 रुपये कीमत की टिकट को 300 रुपये तक में पर्यटकों को बेच रहे थे। पूर्व में एएसआइ की वेबसाइट से आनलाइन टिकट बुक करते समय आइडी की डिटेल ले जाती थी, लेकिन बाद में व्यवस्था को बदल दिया गया था।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि स्मारकों की आनलाइन टिकट बु¨कग करते समय पर्यटक की आइडी की डिटेल लेना शुरू किया गया है। एक आइडी पर अधिकतम पांच टिकटें ही बुक हो सकेंगी।