आगरा(ब्यूरो)। बड़े मकान और कोठियों में अकेले रह रहे बुजुर्गों की यह कोई पहली घटना नहीं है। ऐसे शहर अन्य क्षेत्रों में लोग हैं जो अकेले ही जीवन यापन करते हैं, वह समाज से पूरी तरह से कट चुके हैं। वह खुद को असहज महसूस करते हैं क्योंकि उनको लगता है कि शायद बाहर का व्यक्ति उनका फायदा न उठा ले।
- महर्षिपुरम क्षेत्र में एक बुजुर्ग करीब 500 गज की कोटी में अकेले ही रहते हैं। वह लोगों से ज्यादा मिलते जुलते भी नहीं हैं, यहां तक करीब एज 70 साल की होने के बाद भी घर का काम खुद ही करते हैं, मेड भी नहीं रखते हैं। विदेश में रह रहे बच्चों के पास के वह जाना नहीं चाहते हैं.
- इसके अलावा बेलनगंज स्थित गायत्री मार्केट में अकेले रहने वाले बुजुर्ग की महिला के साथ आए बदमाशों ने हत्या कर दी।
-वहीं ताजगंज स्थित पुष्पांजलि के फ्लैट में रहने वाली महिला की मौत तीन साल पहले मौत हो गई। जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी थी.
बुजु़़र्ग़ों की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन बुजुर्गों की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इनमें अधिकतर अपने समय में उच्च व प्रतिष्ठित पदों पर रह चुके हैं। आज उम्र के आगे वह हार गए हैं। लेकिन इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है।
जानिए क्या है इस हेल्पलाइन का मकसद
सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने सीनियर सिटीटन के लिए 17 मई 2021 को पूरे राज्य में हेल्पलाइन को प्रभावी ढंग से लागू किया था। इस हेल्पलाइन को पिछले एक साल में जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। इनकी जानकारी टोल-फ्र हेल्पलाइन-14567 पर दें। यह उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट्स लिमिटेड द्वारा संचालित है।
सीनियर सिटी जन की मदद के लिए पुलिस हेल्प लाइन नंबर पर भी हेल्प दी जाएगी, अगर कोई बुजुर्ग घर में अके ले हैं तो इसकी जानकारी पुलिस को दे सकते हैं।
मयंक तिवारी, एसीपी