चर्चा में थे फर्जी पुलिसकर्मी
थाना एत्माद्दौला पुलिस को लंबे समय से फर्जी पुलिस के बारे में सूचना मिल रही थी। दोनों युवक पुलिस का फर्जी परिचय पत्र बनाकर ठगी करते थे। अक्सर लोग उनको देखकर जब असली पुलिस को कॉल कर बुलाते तो वे वहां निकल जाते थे, सोमवार को एक बार फिर दोनों के बारे में पुलिस को सूचना मिली कि नीलेे रंग की कार में दो संदिग्ध व्यक्ति चार पुलिया से शोभानगर की ओर जा रहे हैं।

पुलिस ने की संदिग्ध की घेराबंदी
एक बार फिर से फर्जी पुलिसकर्मियों के बारे में सूचना मिलने पर पुलिसकर्मी एक्टिव हो गए। उन्होंने नीली कार की घेराबंदी शुरू कर दी। इधर असली पुलिस को पीछा करता देख कार सवार भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों शातिरों को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से फर्जी परिचय पत्र और एक तमंचा बरामद किया है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने परिचय पत्र लैपटॉप से एडिट किए थे।


चार थानों में थे शातिर वांटेड
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम सचिन पुत्र खेमचंद उर्फ कचेरलाल निवासी मोहल्ला काली नगर थाना फतेहाबाद और दूसरे आरोपी का नाम कामरान उर्फ सुहैल पुत्र अशफाक खान निवासी सीएनजी पंप के पीछे फतेहाबाद रोड थाना ताजगंज है। इन दोनों आरोपियों के ऊपर थाना सदर, थाना फतेहाबाद, थाना बसौनी में मुकदमा दर्ज है।


इंसेट
नकली पुलिस बनकर लूटे थे गहने
नकली पुलिस ने 15 अगस्त को एक पूर्व अधिकारी की पत्नी से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। अधिकारी की पत्नी लखनऊ से जीवनी मंडी आई थी। आरोपियों ने ऑटो को पुलिसकर्मी बनकर रोका था, गुमराह कर दो लाख रुपए के गहने उतरवा लिए। महिला राजाजी पुरम की रहने वाली हैं, पति की मौत हो चुकी थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को अरेस्ट किया है।


थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में दो आरोपियों को अरेस्ट किया है जो खुद को पुलिसकर्मी बताते थे, कई स्थानों पर वसूली के मामले भी सामने आए हैं। दोनों को अरेस्ट किया है।
सूरज राय, डीसीपी, नगर जोन