आगरा(ब्यूरो)। वह सर्किट हाउस सभागार में लेदर एवं जूता उद्योग से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इसमें लेदर एवं शू उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए।
शासन से निर्णय का इंतजार
बैठक में चर्म कला बोर्ड के गठन की मांग के विषय पर संयुक्त आयुक्त उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र द्वारा बताया गया कि चर्म कला बोर्ड के गठन हेतु प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है, शासन से इस पर कार्रवाई का इंतजार है। जूता मंडी का भी बैठक में मुद्दा उठा। प्रतिनिधियों ने बताया कि 10 वर्ष पूर्व आगरा में बनाई गई जूता मण्डी पूरी तरह से संचालित नहीं हो रही है। जिस उद्देश्य से स्थापना की गई थी, वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा। इस पर आगरा विकास प्राधिकरण के संयुक्त सचिव सोमकमल सीताराम ने बताया कि वर्तमान में जूता मंडी में 149 क्लस्टर एवं 22 गोदाम रिक्त हैं। राज्यमंत्री ने इसको सही तरीके से संचालित कराने पर विचार करके कार्य योजना बनाकर प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
दिलाई जाए ट्रेनिंग
बैठक में कौशल विकास कार्यक्रम के तहत जूता उद्योग से जुड़े उद्यमियों को प्रशिक्षण दिए जाने का सुझाव दिया गया। इस पर राज्यमंत्री ने कहा कि जिला समन्वयक जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई कौशल विकास मिशन के तहत जूता उद्योग से जुड़े उद्यमियों को प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उद्योग के अनुरूप प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार, एडीए सचिव गरिमा सिंह, उप निदेशक समाज कल्याण आनन्द कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, सहायक श्रमायुक्त पल्लवी अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
जूता मंडी की स्थिति
10 वर्ष पहले कराया गया निर्माण
149 क्लस्टर खाली पड़े हैं जूता मंडी में
22 गोदाम का स्पेस भी खाली