आगरा(ब्यूरो)। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में ट्रेन हादसे में हताहत हुए सात मरीजों को एडमिट किया गया है। सभी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैैं। वह 10 से 15 परसेंट तक झुलसे हैैं। वह जल्दी ही स्वस्थ हो जाएंगे। कुछ मरीजों को कल तक डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा।
कई लोगों ने आग को बुझाने की कोशिश की
45 वर्षीय मनीराम ने बताया कि वह विदिशा के रहने वाले हैैं और सभी यात्री ट्रेन में यात्रा कर रहे थे.तभी अचानक से कुछ धमाके की आवाज आई। कुछ ही मिनटों में कोच में आग की लपटें बढऩे लगीं। ट्रेन चल रही थी। ऐसे में कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या करें। बाद में ट्रेन रुक गई। आग बढ़ती ही जा रही थी। भयानक मंजर था। ऐसा लग रहा था कि उतर भी पाएंगे या नहीं। तभी क्षेत्रीय निवासी मदद को आ गए और उन्होंने आग में फंसे यात्रियों की मदद की। सभी यात्री जलते हुए कोच से बाहर निकलने में कामयाब रहे। 18 साल के राहुल कुमार ने बताया कि वह ट्रेन में बैठकर झांसी जा रहे थे। अचानक से ट्रेन में आग लग गई। हम सभी लोग डर गए। ट्रेन के अंदर कई लोगों ने आग को बुझाने की कोशिश की। लेकिन आग बुझ नहीं पाई, बल्कि बढऩे लगी। बड़ी मुश्किल से ट्रेन के रुकने पर वह उतर पाए और जान बची। राहुल ने बताया कि उतरते वक्त उनकी चप्पलें कहीं गुम हो गई और उनके पैर झुलस गए। अब उनके पैरों में छाले हो गए हैैं।
एसएन में एडमिट घायल
राहुल कुमार- 18 वर्ष
मोहित - 21 वर्ष
शिवम- 18 वर्ष
हरदयाल सिंह- 59 वर्ष
मनोज कुमार- 34 वर्ष
रामेश्वर -24 वर्ष
मनीराम- 45 वर्ष
ट्रेन हादसे में घायल सात मरीजों को मेडिकल कॉलेज में एडमिट किया गया है। सभी का उपचार किया जा रहा है। मरीज 10 से 15 परसेंट तक झुलसे हैैं। वह जल्दी ही स्वस्थ हो जाएंगे। कुछ मरीजों को सुबह तक डिस्चार्ज भी किया जा सकेगा।
- डॉ। प्रशांत गुप्ता, प्रिंसिपल, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा