आगरा(ब्यूरो)। फिलहाल बायोमीट्रिक मशीन को पुलिस कार्यालय में ही लगाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। अब देर से आने और कार्यालय से जल्दी जाने वालों पर इससे अंकुश लग सकेगा।
समय से कार्यालय पहुंचेंगी पुलिस
पुलिस कर्मियों की 24 घंटे की ड्यूटी होती है। जबकि पुलिस कार्यालय में ड्यूटी का टाइम निर्धारित है। सुबह से शाम तक काम निपटा कर यहां तैनात पुलिस कर्मी निकल जाते है। आसपास जिलों में रह रहे पुलिस कर्मियों को इसका लाभ भी मिलता है। वह काम निपटाने के बाद चोरी छिपे घर भी निकल जाते हैं। अक्सर पुलिस कर्मी समय से कार्यालय नहीं पहुंचते हैं। इसकी शिकायत मिलने के बाद आलाधिकारियों द्वारा बायोमेट्रिक लगाने का निर्णय लिया गया।
पश्चिमी जोन से बायोमेट्रिक की स्टार्ड
शासन द्वारा इस मुद्दे को गंभीरता से लिया गया है। इस कारण पुलिस कार्यालय में बायोमैट्रिक मशीन लगाने का निर्णय लिया गया। इसकी शुरुआत पश्चिमी जोन से की गई है। इसके बाद तीनों जोन में इसे लागू किया जाएगा। पहले इसको लेकर डयूटी पर आने वाले पुलिसकर्मियों के बीच ये मशीन चर्चा का विषय रही। सभी ने समय से कार्यालय में एंट्री की और निश्चित समय में कार्यालय को छोड़ दिया।
तो देना होगा पुलिसकर्मियों को जबाव
माना जा रहा है कि जल्द पुलिस पूरा कार्यालय बायोमैट्रिक से लैस किया जाएगा। इस बात की भनक लगते ही पुलिस कर्मियों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस संबंध में शासन से आदेश जारी हो चुके हैं। एडिशनल पुलिस कमिश्नर केशव चौधरी ने बताया कि अगर कोई पुलिसकर्मी बायोमैट्रिक नहीं करता तो उसे स्पष्टीकरण देना होगा। वहीं प्रॉपर अटेंडेंस नहीं होने पर वेतन की कटौती भी की जा सकती है।
कार्यालय से रहते थे नदारद
अक्सर देखा जाता था कि कार्यालय में पुलिसकर्मी देर से पहुंचते थे, कभी-कभी पूरा दिन भी हो जाता था, अगले दिन समय से पहुंचकर कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दिया करते थे, वहीं डयूटी पर रहने वाले पुलिसकर्मी ऑन डयूटी कहीं भी आते जाते थे, इससे कार्यालय में काम से आने वाले लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता था, वहीं उक्त पुलिसकर्मी से पूछने पर आसपास ही रहने की जानकारी दी जाती थी। ऐसे में बायोमैट्रिक ही एक विकल्प माना गया और इसको लागू किया गया।
फरियादियों को मिलेगी राहत
कार्यालय में आने वाले फरियादियों को अक्सर वापस लौटना पड़ता था, कार्यालय में उक्त पटल से गायब होने पर फरियादियों को समस्या का सामना करना पड़ता था, लेकिन बायोमैट्रिक के होने से पुलिसकर्मी समय पर पहुंच सकेंगे साथ ही फरियादियों के कार्य को भी समय से पूरा किया जा सकेगा।
बायोमैट्रिक से पुलिसकर्मियों की अटेंडेंस लगाई जा रही है, इसकी शुरूआत पश्चिमी जोन से की गई है, ऐसे में पुलिसकर्मी समय से कार्यालय पहुंच कर अपना काम कर सकेंगे, नहीं आने स्पष्टीकारण मांगा जाएगा।
केशव चौधरी, एडिशनल पुलिस कमिश्नर