आगरा। शाहगंज बाजार में जाम की परेशानी काफी पुरानी है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है अतिक्रमण। स्थानीय लोगों और व्यापारियों की मानें तो रुई की मंडी क्रॉसिंग पर आरओबी बने तो जाम से निजात मिल सकती है। बाजार कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण कुमार जग्गी कहते हैं कि टॉयलेट और पार्किंग के लिए बात उठाई थी। जनप्रतिनिधियों के सामने भी बात रखी थी। इसके अलावा हम लोडिंग वाहनों को भी मार्केट में एंट्री नहीं करने देते हैं।
ये हो तो अतिक्रमण से मिले निजात
- सड़क पर दुकान लगाने से रोका जाए।
- रोड बीच में रस्सी या ट्रैफिक कोन रखकर डिवाइड किया जाए।
- सड़क पर खड़े ऑटो -रिक्शा पर अंकुश लगाया जाए।
- स्थानीय पुलिस सक्रिय होकर इस पर नजर रखे।
- जो लोडिंग वाहन हैं, उन पर रोक लगाई जाए।
- रुई की मंडी आरओबी का निर्माण जल्द किया जाए।
इन एरिया को कनेक्ट करता है रोड
- बारहखम्बा
- रुई की मंडी
- अर्जुन नगर
- अजीत नगर
- ख्वासपुरा
- नरीपुरा
- धनौली
- मलपुरा
- जगनेर रोड
- ईदगाह
- खेरिया मोड़
- तहसील रोड
- कोठी मीना बाजार
फैक्ट फिगर
- 15 स्थानों का कनेक्ट करता है रोड
- 4.25 लाख लोगों का होता है आवागमन दिनभर
- 400 दुकानें
- 40 लाख का टर्नओवर हर रोज
- शाहगंज, रुई की मंडी, जोगीपाड़ा, संगीता ज्वेलर्स बाजार
यहां न तो पार्किंग की व्यवस्था है और न ही बाथरूम की व्यवस्था है। सब्जी मंडी में पार्किंग बन सकती है। कई बार पत्र लिखा गया है। अभी कुछ नहीं हो सका है। हमने लोडिंग वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा रखी हैं।
सुनील कर्मचंदानी, पदाधिकारी, शाहगंज बाजार कमेटी
खेरिया मोड़ पर नर्सिंग होम संचालकों ने रोड पर अतिक्रमण कर रखा है। सैकड़ों की संख्या में व्हीकल्स रोड पर खड़े होते हैं। निकलने को रास्ता भी नहीं रहता है। इस पर भी जिम्मेदारों का देखना चाहिए।
विजय दुआ, क्षेत्रीय निवासी
यहां चालक अपने ऑटो रिक्शा रोड पर खड़ा कर देते हैं। इसके अलावा ये चौराहा कई स्थानों को कनेक्ट करता है। इसमें ईदगाह, अर्जुन नगर, तहसील, खेरिया मोड़, आगरा कैंट आदि का आवागमन भी होता है। इसके चलते जाम की स्थिति बन जाती है। कमेटी के पदाधिकारियों ने कई बार इस समस्या को उठाया है। रुई की मंडी का आरओबी बन जाए, तो जाम से निजात मिल सकती है। दुकानदारों को भी सहयोग करना होगा।
रवि गुप्ता, सदस्य, व्यापारी कमेटी एसोसिएशन रुई की मंडी
शहर में हर तरफ अतिक्रमण बना हुआ है। जब मार्केट बंद हो तब देखो रोड की स्थिति, दोपहर में मार्केट खुले तो फुटपाथ तो छोड़ दो रोड भी सकरी गली जैसी नजर आती है। इसमें दुकानदारों को भी आगे आना होगा। मार्केट कमेटी एसोसिएशन को खुद पहल करनी चाहिए। तभी जाम से निजात मिल सकती है।
संदीप आनंद
जहां भी मार्केट में अतिक्रमण हो रहा है, उनको चिन्हित कर नगर निगम को नोटिस देना चाहिए। थोड़ा इलाका पुलिस भी इसमें सहयोग करे। तो अतिक्रमण के साथ जाम से मुक्ति मिल सकती है।
नवीन
जो मार्केट ज्यादा घनी हैं। उनमें लोडिंग वाहनों की एंट्री पर रोक लगा देनी चाहिए। व्यापारियों के लिए अलग से कोई ऐसा स्पॉट बना देना चाहिए। जहां से वे रिक्शा के माध्यम से माल चढ़ा- उतार सकें। इसके अलावा दुकानदारों के लिए एक मानक बना देना चाहिए। जिससे आगे दुकानदार अपनी दुकान को आगे नहीं बढ़ा सकें।
देव