आगरा (ब्यूरो)। शहर की धरोहर, यानी स्मारकों की देखभाल की जिम्मेदारी संभालने वाला एएसआई पूरी तरह से सजग नहीं है। अगर ऐसा नहीं है तो ताज में बदहाली के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होते। कुछ ऐसे ही विचार दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से कराए गए ऑनलाइन सर्वे में आगराइट्स ने व्यक्त किए। ऑनलाइन सर्वे सेव हेरिटेज कैंपेन के तहत कराया गया। जिसमें पिछले दिनों स्मारकों की बदहाली को लेकर विभिन्न मुद्दे उठाए गए थे।
जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित ऑनलाइन सर्वे में 517 लोगों पार्टिसिपेट किया। इसमें विभिन्न सवालों के जवाब देते हुए आगराइट्स ने राय रखी। 72 परसेंट लोगों का कहना था कि बारिश से स्मारकों को नुकसान पहुंचा है, वहीं 81 परसेंट लोगों का मानना है कि ताज के वीडियो वायरल होने से स्मारक और शहर की छवि को नुकसान पहुंचा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
1. क्या आपको लगता है कि बारिश के चलते इसबार शहर के स्मारकों को अधिक नुकसान पहुंचा है?
- हां 72 परसेंट
- नहीं 28 परसेंट
2. ताज की दीवारों पर पौधे उगने और बारिश का पानी लीक होने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए? क्या इससे शहर और स्मारक की छवि को नुकसान पहुंचा है?
- हां 81 परसेंट
- नहीं 19 परसेंट
3. क्या स्मारकों की देखभाल की जिम्मेदारी संभालने वाले एएसआई की जवाबदेही तय होने के साथ अधिकारियों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए?
- हां 51 परसेंट
- नहीं 49 परसेंट
4. क्या ताजमहल समेत अन्य स्मारकों पर बंदरों के आतंक से राहत दिलाने के लिए संबंधित विभाग की ओर से पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं?
- हां 32 परसेंट
- नहीं 68 परसेंट
5. पुलिस के लगातार चलाए जा रहे अभियान के बाद ताज समेत अन्य स्मारकों के आसपास टूरिस्ट्स के साथ होने वाली लपकागिरी पर अंकुश लगा है क्या?
- हां 71 परसेंट
- नहीं 29 परसेंट