आगरा। रितिका की मां मंजू सिंह ने बताया कि पुलिस ने हत्या के दिन से साक्ष्य से छेड़छाड़ शुरू कर दी। जिस बाइक से आकाश अपने घर से निकला था, उसकी फुटैज पुलिस के पास है, इसके बाद भी बाइक को लावारिश में दाखिल किया गया। वहीं आरोपी को एक दिन बाद सेल्फी प्वांइट से अरेस्ट दिखाया गया, जबकि तीनों को मौके से अरेस्ट किया गया था।
12 दिन बाद हत्यारोपी बेसुराग
ब्लॉगर रितिका मर्डर केस को बारह दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी पुलिस फरार हत्यारोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मंजू की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों के साथ मिलकर हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रही है।
रितिका ने जताई थी हत्या की आशंका
वायरल पत्र में रितिका ने खुद के हत्या की आशंका व्यक्त की थी, इस संबंध में उसने थाना पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग कर आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने उसकी हत्या के तुरंत बाद मामले में एफआर लगा दी।
हत्या से पहले हुई थी रैकी
अपार्टमेंट के एंट्री रजिस्ट्रर की जांच में सामने आया है कि रितिका की हत्या से पहले उसकी रैकी की गई थी। पति आकाश और काजल नाम की महिला की लोकेशन हत्या से पहले अपार्टमेंट के आसपास बताई गई है, इससे यह पता चलता है कि हत्या से पहले रैकी की गई थी।
सुरक्षाकर्मी ने बताया जान का खतरा
आपर्टमेंट के सिक्योरिटी गार्ड मुन्ना ने अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की है। उसने पुलिस में कंप्लेन कराने की बात कही है, उसका कहना है कि आरोपी मुझे भी मौत के घाट उतार सकते हैं।
मोबाइल बरामद होने पर सामने आएगी सच्चाई
घटना को लेकर अभी तक रितिका और विपुल के गायब हुए मोबाइल को अब बरामद नहीं किया गया है। दोनों के मोबाइल मिले तो हत्या का सच सामने आ सकता है।
पीडि़त परिवार थाना पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है, इस संबंध में थाना प्रभारी को तलब किया गया है। आरोपी को हत्या के बाद गिरफ्तार दिखाया गया है, जबकि परिजनों ने सेम डे गिरफ्तार की बात कही है।
राजीव कृष्ण, एडीजी जोन