क्या हुआ तेरा वादा
बालीवुड नाइट में सचेट टंडन और परंपरा रात 10:12 बजे मंच पर पहुंचे। उन्होंने गीत सीने से तेरे सर को लगा के सुनता रहूं मैं नाम तेरा से शुरुआत की तो शाम से इंतजार कर रहे दर्शक झूम उठे। इसके बाद एक हो गए हम और तुमपर युवाओं ने सुर से सुर मिलाए। मेरे सोणेया सोणेया रे, ओ माही मेरा दिल, मस्त मौला मस्त कलंदर, बन्नो मेरी चली ससुराल रे, रे कबीरा मान जा , क्या हुआ तेरा वादा समेत सचेत व परंपरा के हिट गीतों पर दर्शक देर रात तक थिरकते रहे। हर गीत के साथ उनका जोश बढ़ता गया।
अब टेर सुनो हनुमान
सूरसदन में संस्कार भारती द्वारा बुधवार को लोक रंग की प्रस्तुति दी गई। इसमें आगरा की प्राचीन लोक गायकी ख्यालगाई और विलुप्त लोक नाट््य नौटंकी की प्रस्तुति हुई। प्रताप पब्लिक स्कूल, सिकंदरा की वर्षा, अंशी, सपना, रिया, हर्षिता ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। रंग लेके खेलते, गुलाल लेके खेलते गीत पर होली लोक नृत्य की प्रस्तुति हुई। नीरज शर्मा ने साथी कलाकारों संपतलाल जोशी, हरीश यादव, वीरेंद्र के साथ ख्यालगोई की प्रस्तुति दी। उन्होंने रंगत अब टेर सुनो ओ मुकंदर वारे, दर्शन की लिए अभिलाषा खड़े हम द्वारे की प्रस्तुति पर तालियां गूंजी। नौटंकी में पारसी शैली का प्रभाव नजर आया। गायन-नृत्य पर आधारित प्रस्तुति रङ्क्षवद्र गौतम द्वारा दी गई। हारमोनियम पर सोनू शर्मा, तबला व ढोलक पर वीरेंन पांडे, नक्कार पर उदयवीर ने संगत की। गायन गुड्डू शर्मा व विशाल का रहा।
कथक और भरतनाट््यम की प्रस्तुति
शिल्पग्राम के मुख्य मंच पर कनिष्का जैन ने सेमी-क्लासिकल नृत्य प्रस्तुत किया। रौनक अग्रवाल ने भरतनाट््यम की प्रस्तुति में भगवान शिव के नटराज रूप और शिव तांडव की प्रस्तुति दी। सूर्य देवसेन ने सूफी गायन और बीएस बिष्ठ ने गीत सुनाए। रायगढ़ घराने की नित्या पाठक व वाणी पाठक ने कथक की मनमोह लेने वाली प्रस्तुति दी। शोभी माथुर ने गजल आज आने की जिद न करो गाई। पं। राधेश्याम शर्मा ने पखावज वादन में ब्रज की पारंपरिक बंदिशें और रेला प्रस्तुत किया। उनके संग सारंगी पर संगत पं। घनश्याम सिसौदिया ने की। संचालन दिनेश श्रीवास्तव व सोमा जैन ने किया।
स्पेशल बच्चों ने दिया गीता ज्ञान
सदर बाजार का मंच स्नेह स्पेशल स्कूल के बच्चों की भावप्रवण प्रस्तुति का साक्षी बना। मानसिक दिव्यांग बच्चों ने नाट््य प्रस्तुति में गीता ज्ञान की प्रस्तुति दी तो दर्शक तालियां बजा उठे। प्रस्तुति देने वाले बच्चों में सपना, सोनू, आराध्या, आरती, पूजा राजावत, सचिन, अनुज, आर्यन, दीपक, अंजना, विक्की, अनुपमा, सुगंध, पूनम, आरती, अंशिका शामिल थीं। दिव्यांश सक्सेना ने गीत है प्रीत यहां की रीत सदा प्रस्तुत किया। शानू धाकड़ ने गीत पिया घर आवेंगे सुनाया। ईशा धाकड़ ने नृत्य किया। हितेश कालरा ने गीत ओ मेरे दिल के चैन सुनाया। मंच संचालन डा। असीम आनंद ने किया और समन्वयक डा। नीलेंद्र श्रीवास्तव रहे।
डांडिया रास ने मोहा
सेल्फी प्वाइंट आई लव आगरा पर गुजरात की ओम शिव संस्था के कलाकारों ने डांडिया रास का रस घोला। लखनऊ से आए गजल गायक कमलाकांत ने अपनी गजल गायकी से मनमोहा। उनके साथ संगत विजय सोनी, राकेश आर्या व दीपक कुमार ने की। मुंबई से आए प्रतीक सक्सेना ने रेट्रो ङ्क्षसङ्क्षगग से दिल जीता। शहर के बाल कलाकार रत्नम रायजादा, ङ्क्षरकू चौरसिया, कुसुम प्रकाश ने गीत सुनाए। सुधीर नारायन, सुशील सरित, अंकिता श्रीवास्तव, प्रीति रावत, हर्षित पाठक मौजूद रहे।