इटौरा के एक्स-रे मशीन मिस्त्री 41 वर्षीय जितेंद्र मंगलवार शाम को घर लौटते समय रास्ते से गायब हो गए थे। बुधवार सुबह उनका शव रोहता में खेत में मिला था। पुलिस ने जितेंद्र के मोबाइल की काल डिटेल देखी। इसमें मंगलवार रात अलग-अलग नंबरों से फोन आए थे। पुलिस ने उक्त नंबरों पर संपर्क किया तो लोगों ने बताया कि एक महिला ने उनका मोबाइल बात करने को लिया था। पुरानी काल खंगालने पर इटौरा की ङ्क्षरकी के शक के घेरे में आई। एसीपी डा। सुकन्या शर्मा के अनुसार, ङ्क्षरकी और उसके पति राजेश ने बताया कि एक वर्ष पहले जितेंद्र की दुकान दंपति के घर के बराबर में थी। जितेंद्र की राजेश और ङ्क्षरकी से बातचीत होने लगी। छह महीने पूर्व राजेश ने अपना कर्ज चुकाने के लिए जितेंद्र से 40 हजार रुपए लिए थे। जिसके बाद जितेंद्र ने ङ्क्षरकी को अपने जाल में फंसा पति के खिलाफ भड़काने लगा। जानकारी होने पर राजेश ने ङ्क्षरकी से विरोध किया तो दोनों में विवाद होने लगा। ङ्क्षरकी एक सप्ताह पहले गुस्से में अपनी बहन के पास गुरुग्राम चली गई। राजेश उसे मनाने वहां गया था। वहीं, पर दोनों ने जितेंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश रची। जिसमें ङ्क्षरकी के भांजे आकाश और भोला भी शामिल हो गए थे.गुरुग्राम से लौटने के बाद ङ्क्षरकी ने अलग-अलग लोगों के नंबरों से फोन करके मंगलवार रात जितेंद्र को रोहता पर बुलाया। वह पहले से एक आटो में बैठे थे। जितेंद्र के आते उसे दबोच लिया। ऑटो में दुपट्टे से गला घोटने के बाद खेत में फेंक दिया। जीवित बचने की आशंका ईंट से सिर और चेहरा कुचल दिया था। एसीपी ने बताया कि पति-पत्नी को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया।

जाम लगाने में 150 पर मुकदमा दर्ज

एक्स-रे मशीन मिस्त्री की हत्या पर रोहता में ग्वालियर हाईवे पर जाम लगाने में 13 नामजद समेत 150 लोगों के विरुद्ध पुलिस ने बलवा, शांति भंग, सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जिसमें दिनेश, महेश, राहुल, रनवीर, विरेंद्र, सनी, हरि, खन्ना, राजेंद्र ङ्क्षसह, कन्हैया, उपेंद्र, सोमवीर समेत 13 लोग नामजद हैं। भीड़ ने करीब दो घंटे तक हाईवे को जाम रखा, लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।