आगरा(ब्यूरो)। शहर में नाला सफाई का कार्य जोरशोर से चल रहा है। 30 मई तक नाला सफाई का कार्य पूरा करने का दावा है लेकिन अब भी कई स्थानों पर नालों में कचरे का ढेर साफ दिख रहा है। मदिया कटरा के पास तोता का ताल क्षेत्र से गुजर रहा नाला कचरे से अटा पड़ा है। क्षेत्रीय निवासी रमेश ने कहा कि सामने नाले की स्थिति देख लीजिए। दूर-दूर तक कचरा ही नजर आता है। कुछ देर की बारिश में यहां सड़कों पर जलभराव हो जाता है। घरों में पानी घुस जाता है। तभी पास खड़े दीपक कहते हैं कि लगता है कि इस बार भी क्षेत्र पानी में डूबेगा।
नाला ओवरफ्लो होने से यहां होता है जलभराव
नाला ओवरफ्लो होने से लोहामंडी-मदिया कटरा रोड, तोता का ताल रोड, मालवीय कुंज, मोती कुंज, कारवान आदि क्षेत्र में भीषण जलभराव होता है। क्षेत्रीय निवासी मनमोहन निरंकारी ने बताया कि बारिश में हालात भयावह हो जाते हैं। सड़कों से लेकर घर तक पानी में डूबे नजर आते हैं। बारिश के दो घंटे बाद जलभराव दूर हो पाता है।
100 वार्ड हैं शहर में
4500 से अधिक सफाई कर्मचारी
2950 करीब सफाई कर्मचारी आउटसोर्सिंग पर
कुछ देर की बारिश में ही क्षेत्र में जलभराव हो जाता है। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नाले में कचरा भरा हुआ है। पता नहीं इस बार बारिश में क्या स्थिति होगी। जलभराव का डर सता रहा है।
- मुकेश, स्थानीय निवासी
नाले की सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। पहली बारिश में ही सड़कें लबालब हो जाएंगी। घरों में बारिश का पानी घुसने लगेगा। हर बार की तरह सामान का नुकसान होगा।
- संजू, स्थानीय निवासी
कई स्थानों पर नाला सफाई होती दिखती है, लेकिन दूसरे दिन ही नाले फिर से कचरे से भरे दिखते हैं। ऐसे में तो बारिश में ये सभी नाले ओवरफ्लो हो जाएंगे।
-दीपक, स्थानीय निवासी
शहर में अधिकतर नालों की सफाई का कार्य हो चुका है। 30 मई तक नाला सफाई का कार्य पूरा करने का टारगेट है।
- एसपी यादव, अपर नगरायुक्त