आगरा(ब्यूरो)। शहर को पॉलिथिन फ्री बनाने के लिए अभी ऐसे एरियाज पर फोकस किया जा रहा है, जहां रोजमर्रा के सामान की खरीदारी के लिए फुटफॉल अधिक रहता है। फल और सब्जी मंडी में रिटेल में सामान खरीदने के लिए पॉलिथिन का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है। अभी दहतोरा और बसई मंडी में पॉलिथिन के इस्तेमाल को बैन करने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। इसके तहत नगर निगम की टीम यहां कपड़े के थैले वितरित करती है। इन थैलों का निर्माण ट्रिपल आर सेंटर पर मिले सामान से सेल्फ हेल्पिंग ग्रुप (एनजीओ) द्वारा कराया गया है।
सब्जी मंडी पर लगाया गया कैंप
एसएफआई लक्की शर्मा ने बताया कि नगर निगम की ओर से बसई सब्जी मंडी में थैला वितरण कैंप लगाया गया। इससे पॉलिथिन के इस्तेमाल को रोका जा सके। इसमें मंडी के व्यापारियों का भी पूरी तरह से सहयोग मिला। सेल्फ हेल्पिंग ग्रुप की ओर से यहां थैलों का वितरण किया गया। 10 रुपए में पांच से 10 किलो क्षमता के कपड़े के थैले दिए गए। इसी तरह दहतोरा स्थित आदर्श सब्जी मंडी में भी कैंप लगाकर थैले दिए गए। मंडी व्यापारियों की ओर से गेट पर इस तरह के कैंप लगातार लगाने की बात कही गई ताकि पॉलिथिन का इस्तेमाल करने की जरूरत ही न पड़े।
जुर्माना से बनेगी पॉलिथिन
अपर नगरायुक्त एसपी सिंह ने बताया कि पॉलिथिन और प्लास्टिक से वसूले जानेे वाले जुर्माना से कपड़ों के थैले का निर्माण कराया जाएगा। इसको लेकर अभी निर्णय होना है। इन थैलों का निर्माण सेल्फ हेल्पिंग ग्रुप की मदद से कराया जाएगा। शुरुआत में करीब एक लाख कपड़ों के थैले का निर्माण कराने का टारगेट है। इसमें अलग-अलग क्षमता के कपड़े के थैले बनवाए जाएंगे। इससे जहां शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने में मदद मिलेगी, वहीं सेल्फ हेल्पिंग ग्रुप से जुड़ी महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा।
बढ़ाया जाएगा दायरा
पॉलिथिन पर रोक लगाने को शुरू की गई नगर निगम की मुहिम का धीरे-धीरे दायरा बढ़ाया जाएगा। शहर की सभी सब्जी मंडियों के बाद बाजारों में इस तरह की एक्टिविटी की जाएगी।
10 रुपए का कपड़े का मिलेगा बैग
5 से 20 किलो तक की क्षमता के मिलेंगे कपड़े के बैग
1 लाख कपड़े के बैग बांटने का टारगेट
शहर को पॉलिथिन फ्री बनाने के लिए मुहिम शुरू की गई है। सब्जी मंडी में कैंप लगाकर सेल्फ हेल्पिंग ग्रुप की मदद से कपड़े के थैले दिए जा रहे हैं।
-एसपी सिंह, अपर नगरायुक्त, नगर निगम