टीचर बनना चाहती हूं
देहली गेट स्थित पेट्रोल पंप पर पिछले पांच वर्ष से काम कर रही हूँ। हम लड़कियों को पेट्रोल पंप पर काम करता देख लोग पहले अजब तरह से देखतेे थे, लेकिन अब सब ठीक है। हालही में सेंट जोंस कॉलेज से एमए किया है और बीटीसी कर रही हूं। जॉब के बाद पढ़ाई भी करती हूं। मुझे सरकारी टीचर बनना है। कुछ ग्राहक बोलते हैं, लोगों की परवाह नहीं करती। हम पांच बहनें और एक छोटा भाई हैं। सबसे बड़ी हूं उन्हें पढ़ाना है। पेट्रोल पंप पर काम करना मेरे परिवार की जिम्मेदारी है।
हिना अंसारी, पेट्रोल पंप कर्मचारी

परिवार की जिम्मेदारी निभा रही हूं
हाईस्कूल में थी, तब पापा का देहांत हो गया। तीन बहनों में सबसे बड़ी थी। घर की स्थिति अच्छी नहीं थी। हर दिन सोचती थी कि नौकरी मिल जाए। 11 वीं की पढ़ाई करते समय मुझे पेट्रोल पंप पर नौकरी बताई गई। एक हफ्ते में काम सीख लिया। कुछ ग्राहकों का व्यवहार सही नहीं था। लोग कमेंट करते थे कि इससे अच्छा कुछ और कर लेती। किसी की परवाह न करते हुए 5 साल से हरीपर्वत स्थित पेट्रोल पंप पर काम कर रही हूँ। बीएससी फाइनल में हूँ। छोटी बहनों को भी पढ़ा रही हूं।
हिबा, पेट्रोल पंप कर्मचारी

नर्सिंग का कोर्स किया है, नौकरी का इंतजार
इंटरमीडिएट करने के बाद नर्सिंग से डिप्लोमा किया है, अब जॉब की तैयारी है, लेकिन जब तक जॉब नहीं मिली है। अब पेट्रोल पंप पर जॉब कर रहीं हूं, इससे फैमिली में भी सपोर्ट मिल रहा है। अभी तीन रोज पहले ही यहां ज्वाइन किया है। शुरू में कुछ अजीब लगा था, लेकिन अब सभी सपोर्ट करते हैं। आने जाने वाले लोग भी सम्मान की नजर से देखते हैं। स्वास्थ्य विभाग में जॉब निकलने के बाद ही नर्सिंग की जॉब लग सकती है। अभी इंतजार है।
साक्षी, पेट्रोल पंप कर्मचारी