आगरा(ब्यूरो)। योजना के नोडल अधिकारी डॉ। पीके शर्मा ने बताया कि पीएमएमवीवाई से मिली राशि के सही उपयोग से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाई जा सकती है और बच्चों को कुपोषण की जद में आने से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि गर्भवती समय-समय पर प्रसव पूर्व जांच कराएं और भोजन में हरी साग-सब्जियों व मौसमी फल को अवश्य शामिल करें। डॉक्टर के बताए अनुसार आयरन और कैल्शियम की गोलियों का भी सेवन जरूरी है। पीएमएमवीवाई की जिला कार्यक्रम समन्वयक सन्नू सूर्यवंशी ने बताया कि जनपद में वर्ष 2022 में 16455 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल चुका है।

ब्लॉक बाह की नई बस्ती निवासी 24 वर्षीय मनीषा ने बताया कि उन्हें जैसे ही गर्भावस्था का पता चला तो उन्होंने आशा मनोज श्रीवास्तव के माध्यम से अपना योजना में रजिस्ट्रेशन करा दिया। उन्होंने शुरूआती प्रसव पूर्व जांच सरकारी केंद्र पर कराई। उन्हें पता चला कि उनकी गर्भावस्था में थोड़ी मुश्किल है तो उन्होंने प्राइवेट अस्पताल में अपनी डिलीवरी कराई। आशा ने उन्हें बताया कि वह चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में प्रसव कराएं।


रजिस्ट्रेशन के लिए इनकी जरूरत
जिला कार्यक्रम सहायक समन्वयक विनोद दीक्षित ने बताया कि पीएमएमवीवाई योजना के लाभ के लिए पंजीकरण कराना आवश्यक है। इसके आवेदन के लिए आधार कार्ड की छाया प्रति, बैंक या पोस्ट ऑफिस की पास बुक की छाया प्रति तथा आधार कार्ड होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि योजना के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है।