आगरा(ब्यूरो)। पत्थर लगने से कैटल कैचर के चालक संदीप का होंठ फट गया, नाक से खून निकलने लगा। सिर पर भी चोट लगी। पथराव से टीम हड़बड़ा गई। पुलिस और निगम की टीम पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद 11 भैंस कब्जे में ले ली गईं।

अनाधिकृत रूप से संचालित हो रही थी डेयरी
कमिश्नर रितु माहेश्वरी के निर्देश पर नगर निगम की टीम अतिक्रमण विरोधी और स्वच्छता अभियान चला रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ। अजय कुमार ङ्क्षसह के साथ टीम दोपहर साढ़े तीन बजे जीवनी मंडी क्षेत्र में जलकल के कार्यालय के निकट पहुंची। यहां अनाधिकृत रूप से डेरी संचालित हो रही थी, गंदगी फैली हुई थी। टीम ने भैंसों को कब्जे में लिया ही था कि कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। टीम के सदस्य तो इधर-उधर हट गए, लेकिन वाहन चालक संदीप के चेहरे पर पत्थर लगा। इस कारण उनकी नाक से खून निकलने लगा। वाहन चालक ने खुद को बचाने के लिए तेजी से कैटल कैचर को आगे बढ़ाया। डिवाइडर से टकराने पर एक राहगीर की कार क्षतिग्रस्त हो गई। इसी बीच पुलिस भी आ गई, जिसके बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद मौके से 11 भैंसों को कब्जे में लिया गया। जुर्माने की प्रक्रिया भी की जा रही है। घटना के विरुद्ध नगर निगम के लिपिक रोहित आनंद की ओर से दी गई तहरीर में हाकिम और रंजीत को दोषी बताया गया है।

पहले भी हुई थी घटना, नहीं हुई कार्रवाई
जीवनी मंडी क्षेत्र में दो महीने पहले भी डेरी संचालक पर कार्रवाई के दौरान नगर निगम की टीम पर हमला हुआ था। इसके बाद टीम ने जीवनी मंडी चौकी पर तहरीर दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नगर निगम ने पशुओं को जुर्माना लेकर छोड़ा था

टीम गंदगी फैला रही डेरी से भैंसों को कब्जे में ले रही थी। संचालकों की ओर से पथराव किया गया। इससे वाहन चालक चोटिल हो गया। टीम के अन्य सदस्यों के भी चोट आई हैं। मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
डॉ। अजय कुमार ङ्क्षसह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, नगर निगम

नगर निगम की ओर से तहरीर मिली है। चोटिल वाहन चालक को थाने बुलाया गया है। मामले की जांच के बाद दोषी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होगा। निगम की गाड़ी से एक कार भी क्षतिग्रस्त हुई है, उसके चालक मोहम्मद अकील ने भी तहरीर दी है।
आरके ङ्क्षसह, एसीपी छत्ता