आगरा। ब्यूरो : एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि एथलीट बॉडी बिल्डिंग के लिए लंबे समय तक स्टेरॉयड और प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन भारी मात्रा में करते हैं, इसके अलावा रोजाना वर्कआउट करने वाले युवा भी बिना किसी विशेष जानकारी के इनका सेवन करते हैं। जबकि कोई भी एनाबोलिक स्टेरॉयड या हाई प्रोटीन लेना बॉडी के लिए हानिकारक हो सकता है। उन्होंने बताया कि बॉडी बिल्डिंग का शौक युवा एक-दूसरे को देखकर करने लगते हैैं। जिम में कोई 40 किलोग्राम वजन उठा रहा है तो दूसरा भी ऐसा ही करता है। जबकि यह गलत है। प्रत्येक व्यक्ति को जिम जाने पर अपनी क्षमता के हिसाब से वजन उठाना चाहिए। धीरे-धीरे इसमें आगे बढऩा चाहिए।
नेचुरल डाइट का लें सहारा
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि जिम जा रहे हैैं या कोई स्पोट्र्स में पार्टिसिपेट कर रहे हैैं तो नेचुरल सोर्स से प्रोटीन लें। हाई प्रोटीन न लें। उन्होंने बताया कि स्टेरॉयड और हाई प्रोटीन के सेवन से लिवर और किडनी पर प्रभाव पड़ता है। कई बार इनके सेवन से ऑर्गन फेल्योर भी हो जाता है। डॉ। अग्रवाल ने बताया कि कई बार स्टेरॉयड के सेवन करने के बाद एक्सरसाइज करने के लिए जाते हैैं। इससे भी सडेन डेथ हो जाती है। यह भी ध्यान रखें कि नींद पूरी हो जाए। कई लोग देर रात तक सोते हैैं सुबह पांच बजे जाकर एक्सरसाइज करने चले जाते हैैं। इसके कारण भी सडेन डेथ हो जाती है।
मोटी होने लगती है हार्ट वाल
स्टेरॉयड मुख्य रूप से टेस्टोस्टेरोन का संश्लेषित यानी बनावटी संस्करण है। वे कृत्रिम रूप से मांसपेशियों के विकास में मदद करते हैं। स्टेरॉयड के सेवन से हृदय का आकार बढ़ भी सकता है। इससे दिल की आसपास मौजूद सतह वाली वॉल्स मोटी होने लगती हैं, इससे वह सही तरीके से काम नहीं कर पाता है और ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत होती है।
स्टेरॉयड से होने वाले नुकसान
-स्टेरॉयड का सेवन करने वाले लोगों का दिल इसका न सेवन करने वालों को तलना में कमजोर होता है। कमजोर दिल शरीर लिए जरूरी पर्याप्त ब्लड पंप नहीं कर सकता है और इस स्थिति में दिल काम करना बंद कर सकता है। जो मौत का कारण बनता है।
- एनाबोलिक स्टेरॉयड का लंबे समय तक सेवन करने से कोरोनरी धमनी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। आमतौर पर स्टेरॉयड का सेवन करने वालों का दिल धमनी के साथ ठीक से तालमेल नहीं बैठा पाता और क्षमता कम होने के साथ दिल कम लचीला हो जाता है।
- स्टेरॉयड का सेवन न करने वालों की धमनियों में प्लेक गंदगी या मैल बढ़ जाता है। प्लेक का बढऩा हृदय रोगों का एक प्रमुख कारक है। थोड़े समय के लिए भी स्टेरॉयड लेना दिल को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
- एक व्यक्ति जितना अधिक स्टेरॉयड का सेवन करता है, उसके दिल को उतना अधिक नुकसान होता है।
- स्टेरॉयड किडनी फेल होने, लीवर की क्षति, टेस्टिकल्स के सिकुडऩे के लिए भी जिम्मेदार है। स्टेरॉयड के साइड इफेक्ट्स इसके सेवन को बंद करने के बाद भी कई वर्षों तक रह सकते हैं।
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जिम जाते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
- नींद पूरी जरूर करें
- अपनी क्षमता के अनुसार ही एक्सरसाइज करें.
- दूसरे को देखकर वजन न उठाएं
- स्टेमिना बढ़ाने के लिए स्टेरॉयड या हाई प्रोटीन का सेवन न करें
- एकदम से एक्सरसाइज न करें, धीरे-धीरे स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ें
बॉडी बनाने के लिए लिए युवा स्टेरॉयड और हाई प्रोटीन का सेवन करने लगते हैैं। इससे कई बार ऑर्गन फेल्योर और सडेन डेथ भी हो जाती है। एक्सरसाइज अपनी क्षमता के अनुसार करें।
- डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, एसएन मेडिकल कॉलेज
युवा जल्दी फिजिकल स्टेमिना बनाने के चक्कर में स्टेरॉयड आदि का सेवन करते हैैं। जबकि यह उनके लिए नुकसानदेह है। युवाओं को ऐसी प्रैक्टिस से बचना चाहिए।
- गौरïव ठाकुर, बॉक्सिंग कोच
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